Liquor To Be Ban In Tamil Nadu? राजनीतिक पार्टियों की सरकार से मांग, तमिलनाडु में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगे
बिहार के बाद तमिलनाडु भी शराब बंदी की तरफ बढ़ रहा है. दरअसल दो दिन पहले 21 जून को तमिलनाडु में राज्य द्वारा संचालित टीएएसएमएसी ने शराब की 500 खुदरा दुकानों को बंद करने के सरकारी आदेश (जीओ) को लागू करने की घोषणा की. सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए राजनीतिक दलों की मांग कि प्रदेश में पूर्णरूप से शराब पर प्रतिबंध लगे.
Liquor To Be Ban In Tamil Nadu? बिहार के बाद तमिलनाडु भी शराब बंदी की तरफ बढ़ रहा है. दरअसल दो दिन पहले 21 जून को तमिलनाडु में राज्य द्वारा संचालित टीएएसएमएसी ने शराब की 500 खुदरा दुकानों को बंद करने के सरकारी आदेश (जीओ) को लागू करने की घोषणा की. आदेश में कहा गया कि ये दुकानें 22 जून से नहीं खुलेंगी. प्रदेश में शराब की दुकानों को बंद करने के फैसले का कई राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है. राजनीतिक दलों की मांग कि प्रदेश में पूर्णरूप से शराब पर प्रतिबंध लगे.
एमडीएमके नेता वाइको ने अपने एक बयान में कहा कि “मैं राज्य में 5,329 दुकानों में से 500 को बंद करने के राज्य सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं. हालांकि, हमारा उद्देश्य पूर्ण शराबबंदी है और मैं राज्य सरकार से सभी शराब की दुकानों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का आग्रह करता हूं,. वहीं आगे वाइको ने कहा कि राज्य सरकार ने 12 अप्रैल को विधानसभा में घोषणा की थी कि इस साल 500 शराब की दुकानें बंद रहेंगी. हाल ही में एक जीओ पारित किया गया, जिसमें गुरुवार से बंद की घोषणा की गई. यह भी पढ़े: Tamil Nadu Hooch Tragedy: तमिलनाडु सरकार का फैसला, जहरीली शराब कांड की जांच क्राइम ब्रांच और CID को सौंपेगी
वहीं तमिल मनीला कांग्रेस नेता जी के वासन ने भी राज्य में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है. मनीला ने “द्रमुक के चुनावी वादों में से एक तमिलनाडु को शराब मुक्त बनाना था. लेकिन एक बार सत्ता में आने के बाद, उसने शराब की बिक्री से वित्तीय लाभ के चलते कोई फैसला नहीं लिया.
शराब राज्य में शराब की दुकानों को बंद करने के फैसले का मएनएम अध्यक्ष कमल हासन ने भी स्वागत किया है. कमल हासन ने कह कि राज्य सरकार शराब पीने के आदी लोगों के इलाज के लिए हर तालुक में पुनर्वास केंद्र खोले.