Lakhimpur Kheri Violence: हिंसा में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज ‘शहीद किसान दिवस’ मनाएंगे किसान संगठन

तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान मंगलवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों की याद में 'शहीद किसान दिवस' के तौर पर मनाएंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान मंगलवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों की याद में 'शहीद किसान दिवस' के तौर पर मनाएंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी. 40 से अधिक किसान संगठनों के संघ संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने देश भर के किसान संगठनों और प्रगतिशील समूहों से अपील की कि देश भर में प्रार्थना एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर यह दिवस मनाएं और इसके बाद शाम में मोमबत्ती जलाएं. Lakhimpur Kheri Violence: आशीष मिश्रा को राहत नहीं, कोर्ट ने तीन दिनों की पुलिस रिमांड में भेजा.

बयान में कहा गया, ‘‘12 अक्टूबर को एसकेएम के आह्वान पर शहीद किसान दिवस मनाया जाएगा. लखीमपुर खीरी नरसंहार के शहीदों का ‘अंतिम अरदास’ कल तिकुनिया के साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगा. इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं और श्रद्धांजलि सभा में हजारों किसानों के शामिल होने की उम्मीद है.’’

घरों के बाहर पांच मोमबत्तियां जलाने का किया आग्रह

एसकेएम ने लोगों से अपील की कि मंगलवार शाम आठ बजे अपने घरों के बाहर पांच मोमबत्तियां जलाएं. संगठन ने बीजेपी सांसद अजय मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आश्चर्य जताया जिनके वाहन ने लखीमपुर खीरी में किसानों को कथित तौर पर रौंदा था.

लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) का बनबीरपुर में कार्यक्रम था. उससे पहले बड़ा बवाल हो गया. लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में काले झंडे दिखाने के लिए खड़े किसानों की बीजेपी नेताओं से झड़प हो गई. आरोप है कि इसी दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र के बेटे ने गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई. किसान और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई. आक्रोशित किसानों ने गाड़ियों में आग लगा दी. हिंसा में 9 लोगों की मौत हुई.

Share Now

\