केरल में बाढ़ का कहर जारी, मृतकों की संख्या 72 के पार- 58 लोग अब भी लापता
केरल (Kerala ) में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है. वहीं 58 लोग मिसिंग बताये जा रहा हैं. तकरीबन 32 लोग बाढ़ के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में घायल हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. इसके अलावा प्रदेश के 2.51 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है.
केरल (Kerala ) में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है. वहीं 58 लोग मिसिंग बताये जा रहा हैं. तकरीबन 32 लोग बाढ़ के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में घायल हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. इसके अलावा प्रदेश के 2.51 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है. सरकार की ओर से रविवार शाम सात बजे तक जारी रिपोर्टों के अनुसार आठ अगस्त से मलप्पुरम से 23, कोझीकोड़ से 17 और वायनाड से 12 शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 72 हो गई.
सबसे अधिक प्रभावित स्थान वायनाड जिले में मेपादी के पास और मलप्पुरम जिले में कवलपारा और इसके आसपास के इलाके हैं. यहां बचाव दल मिट्टी के विशाल ढेर के नीचे फंसे लोगों के शवों को बरामद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड में एक राहत शिविर का दौरा किया और बाढ़ व भूस्खलन के कारण बेघर हुए लोगों की पीड़ा सुनी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य और केन्द्र सरकार से केरल बाढ़ प्रभावितों को तुरंत मदद मुहैया कराने का आग्रह किया है. उन्होंने लोगों से उन्हें फिर से उनके पैरों पर खड़ा होने में मदद के लिए हर संभव प्रयास का वादा किया.
इससे पहले मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने आपदा प्रितिक्रिया टीम की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मुख्यमंत्री विजयन ने कहा था कि इस बार के हालत पिछले साल जितने खराब नहीं हैं. इस बार कुछ ही जिले प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री विजयन ने कहा, "बारिश में कमी आई है. सबसे अधिक प्रभावित स्थान वायनाड जिले में मेपादी के पास और मलप्पुरम जिले में कवलपारा और इसके आसपास के इलाके हैं. हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की आशंका है। इसी को ध्यान में रखकर सभी को हाईअलर्ट पर रखा गया है.
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वहीं रविवार के दिन, मूसलाधार बारिश के कारण रनवे पर पानी भर जाने के चलते पिछले दो दिन से बंद कोच्चि स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दोपहर से विमानों का परिचालन फिर शुरू कर दिया गया. कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड’ (सीआईएएल) के एक अधिकारी ने बताया कि अबू धाबी-कोच्चि इंडिगो विमान दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर यहां पहुंचा था. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों टर्मिनलों पर सुबह नौ बजे से ‘चेक-इन’ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश से थोड़ी राहत की खबरें हैं. (इनपुट एजेंसी )