जम्मू-कश्मीर पुलिस को मिली कामयाबी, गांदरबल और बडगाम से आतंकियों के 5 साथी गिरफ्तार
जम्मू कश्मीर के अमन-चैन खलल डालने के लिए आतंकी हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. लेकिन वहां तैनात सुरक्षाबल हर बार उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं. इस कड़ी में कई आतंकी मारे गए तो कई जेल की सलाखों के पीछे हैं. इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर जोन पुलिस (Kashmir Zone Police) को बड़ी कमायाबी हाथ लगी है. खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस के जवानों ने कार्रवाई करते हुए पांच आतंकियों के सहयोगियों (Five Terrorist Associates) को गिरफ्तार कर लिया है. कश्मीर पुलिस के मुताबिक गांदरबल और बडगाम (Ganderbal & Budgam) से आतंकियों के पांच साथीयों को गिरफ्तार किया गया हैं. पकड़े तंकियों के सहयोगियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है. वहीं पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
जम्मू -कश्मीर के अमन-चैन खलल डालने के लिए आतंकी हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. लेकिन वहां तैनात सुरक्षाबल हर बार उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं. इस कड़ी में कई आतंकी मारे गए तो कई जेल की सलाखों के पीछे हैं. इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर जोन पुलिस (Kashmir Zone Police) को बड़ी कमायाबी हाथ लगी है. खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस के जवानों ने कार्रवाई करते हुए पांच आतंकियों के सहयोगियों (Five Terrorist Associates) को गिरफ्तार कर लिया है. कश्मीर पुलिस के मुताबिक गांदरबल और बडगाम (Ganderbal & Budgam) से आतंकियों के पांच साथीयों को गिरफ्तार किया गया हैं. पकड़े तंकियों के सहयोगियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है. वहीं पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पुलवामा हमले में शामिल आत्मघाती आतंकियों के अहम सहयोगी शाकिर बशीर मगरे को गिरफ्तार किया था. ये शख्स वही है जिसने 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आंतकी हमले के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को अपने घर में शरण दी थी. बता दें कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आंतकी हमले में 44 जवान शहीद हुए थे.
ANI ट्वीट:-
पिछले महीने 31 जनवरी को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक टोल-प्लाजा पर पुलिसकर्मियों द्वारा एक ट्रक रोकने के बाद शुरू हुए हुई मुठभेड़ में ट्रक सवार तीन आतंकवादी मारे गए थे और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था. नगरोटा में पुलिस द्वारा रोके गए ट्रक का चालक अपने साथ तीन विदेशी आतंकवादियों को ले जा रहा था. उसकी पहचान पुलवामा मामले के आत्मघाती हमलावर आदिर डार के चचेरे भाई समीर डार के रूप में हुई थी.
समीर डार पुलवामा का रहने वाला था. आतंकवादियों के सहयोगियों में चालक और उसके सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया था. मुठभेड़ के बाद मृत आतंकवादियों के पास से वायरलेस सेट और अमेरिका निर्मित एम4 करबाईन समेत भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ था.