Karnataka: यादगीर जिले में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा, 18 हिरासत में
यादगीर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. सी.बी. वेद मूर्ति ने कहा कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है और शांति स्थापित हो गई है. केएसआरपी के तीन प्लाटून, एक अर्धसैनिक बल कंपनी, दो डीएसपी, 100 पुलिस कांस्टेबल, पांच सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर और पीएसआई को स्थिति की निगरानी के लिए तैनात किया गया है.
यादगीर (कर्नाटक), 7 अप्रैल: कर्नाटक पुलिस ने यादगीर जिले में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा की एक घटना के सिलसिले में चार प्राथमिकी दर्ज की और 18 लोगों को हिरासत में लिया. यादगीर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. सी.बी. वेद मूर्ति ने कहा कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है और शांति स्थापित हो गई है. केएसआरपी के तीन प्लाटून, एक अर्धसैनिक बल कंपनी, दो डीएसपी, 100 पुलिस कांस्टेबल, पांच सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर और पीएसआई को स्थिति की निगरानी के लिए तैनात किया गया है. यह भी पढ़ें: Karnataka: रेलवे ट्रैक पर गिरा था पेड़, बुजुर्ग महिला हाथ में लाल कपड़ा लिए दौड़ पड़ी, हादसे से पहले रोकी ट्रेन
एसपी वेद मूर्ति ने कहा, 8 अप्रैल तक सुरपुरा निर्वाचन क्षेत्र में कर्फ्यू के आदेश दिए गए हैं. मामलों में 120 लोगों की संलिप्तता पाई गई है और पुलिस आरोपियों की तलाश जारी रखेगी. हुनसागी तालुक के कोडेकल में गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. इस घटना में पथराव की सूचना मिली और 10 से अधिक कारें क्षतिग्रस्त हो गईं. हिंसा तब भड़की, जब भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए राजा कृष्णप्पा नायक और शांता गौड़ा चन्नपट्टना एक जुलूस निकाल रहे थे.
जुलूस जिस समय कोडेकल गांव से गुजरा, जहां धार्मिक मेला चल रहा था, वाहनों के लिए रास्ता बनाने को लेकर कहासुनी हो गई. बहस ने विवाद को जन्म दिया और कुछ ही समय में हिंसक हो गई. शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के सैकड़ों कार्यकतार्ओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने के समक्ष धरना दिया. उनका आरोप है कि चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर पथराव किया और मारपीट की.