बेंगलुरु, 17 जनवरी : दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता मूर्ति आर. के परिवार ने उनकी हत्या के लिए कर्नाटक पुलिस विभाग को जिम्मेदार ठहराया है. इस बीच, आरटीआई एक्टिविस्ट्स फोरम ने चेतावनी दी है कि वे राज्य में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर हमलों की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे. बेंगलुरु के पास स्थित कनकपुरा शहर के पास कुरुबल्लीडोड्डी गांव के रहने वाले मूर्ति की दिसंबर के अंतिम सप्ताह में हत्या कर दी गई थी. मूर्ति ने गांव में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत किए गए सिविल कार्यों का विवरण एकत्र किया और अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज की. अधिकारियों ने उनके आरोपों की जांच के लिए गांव का दौरा किया है.
पुलिस ने मूर्ति की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. मूर्ति की मां शांताम्मा ने आरोप लगाया कि पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार का पदार्फाश करने के लिए उनके बेटे को धमकाने के बारे में पुलिस को सूचित किए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. मां शांताम्मा ने कहा कि उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई थी. उसके बेटे को सुरक्षा प्रदान करने में पुलिस की विफलता के कारण उसकी हत्या हुई. यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में महिला से बलात्कार मामले में दो लोग गिरफ्तार, अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी
शांताम्मा ने आरोप लगाया है कि पुलिस पारदर्शी तरीके से जांच नहीं कर रही है. हत्या के पीछे प्रभावशाली नेता का नाम हटा दिया गया है. सरकार को इस मामले में जांच कर मेरे बेटे को न्याय दिलाना चाहिए. आरटीआई एक्टिविस्ट फोरम के अध्यक्ष वी. हनुमंतरायप्पा ने आग्रह किया कि मूर्ति की हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके परिवार के एक सदस्य को एक पद दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि फोरम राज्य में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर हमलों की निंदा करते हुए फरवरी में बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.