कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व सीएम और जनता दल (सेकुलर) नेता एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. एचडी कुमारस्वामी एक सभा के दौरान फिर से रो पड़े हैं. जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. दरअसल एचडी कुमारस्वामी केआर पेट (Krishnarashpete ) विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए जद(एस) प्रत्याशी बीएल देवराजू का प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि मांड्या के लोगों ने मुझे छोड़ दिया. मैं कभी भी अपने बेटे निखिल कुमारस्वामी को चुनाव में उतारना नहीं चाहता था लेकिन आपके कहने पर मैंने उसे मैदान में उतारा था. निखिल कुमारस्वामी मांड्या (Mandya) से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha election) हार गए थे.
बता दें कि यह पहली बार नही हुआ है जब किसी सभा में एचडी कुमारस्वामी रो पड़े हों. इससे पहले जब वे सीएम थे कर्नाटक के तो उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कहा था कि गठबंधन की सरकार चलाना रोज जहर पिने की समान है. इस दौरान कुमार स्वामी इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखे भर आई और वे रो पड़े. कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र की राजनीति में मचे घमासान के बीच एचडी कुमारस्वामी का एक बयान आया था, उन्होंने कांग्रेस महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिवसेना के बदले बीजेपी को समर्थन दे. कुमारस्वामी के अनुसार शिवसेना एक कट्टर हिदुत्व वाली पार्टी है.
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#WATCH JD(S) leader HD Kumaraswamy breaks down, in Mandya. Says "...I don't need politics, don't want CM post.I just want your love.I don't know why my son lost.I didn't want him to contest from Mandya but my own people from Mandya wanted him but didn't support him which hurt me" pic.twitter.com/reyhIsttPN
— ANI (@ANI) November 27, 2019
कर्नाटक विधानसभा की 15 सीटों के लिए उपचुनाव पांच दिसंबर को कराए जाएंगे और मतगणना नौ दिसंबर को होगी. जिन सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं, उनमें अथानी, राणेबनपुर, कगवाड, हिरेकेरुर, येल्लापुर, यशवंतपुरा, विजयानगरा, शिवाजीनगर, होसाकोटे, हरसुर, कृष्णाराजपेट, महालक्ष्मी लेआउट, केआर पुरा, और चिकबल्लापुरा शामिल हैं. वहीं 15 विधानसभा सीटों पर पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में 128 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 248 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जुलाई में तत्कालीन गठबंधन सरकार के खिलाफ कांग्रेस के 14 और जद (एस) के तीन बागी विधायकों द्वारा अपनी-अपनी सीटों से इस्तीफा देने के बाद उन्हें अयोग्य करार दिए जाने के कारण इन सीटों पर उपचुनाव कराया जा रहा है.