बेंगलुरु, 29 मई : तेजाब हमले (Acid Attack) की 23 वर्षीय पीड़िता की सर्जरी के बाद हालत बिगड़ गई, जिससे महिला को आईसीयू में भर्ती किया गया. यह जानकारी पुलिस सूत्रों ने रविवार को दी. 28 अप्रैल को एक तरफा प्यार में एक लड़के ने उसपर हमला कर दिया. तब से वह अस्पताल में है और उसका शरीर 36 प्रतिशत जल गया. युवती की पांचवीं सर्जरी की गई, लेकिन उसकी हालत बिगड़ने पर उसे आईसीयू में रखा गया है.
डॉक्टरों ने कहा, "युवती के गले और चेहरे का ज्यादा तर हिस्सा जल गया था. इलाज के लिए उसे अस्पताल में कम से कम एक महीने और बिताना है. हालांकि, युवती ने इस दौरान खाना-पीना शुरू कर दिया है." 28 अप्रैल को हमलावार नागेश बेंगलुरु के सुनकदकट्टे में युवती के इंतजार में एक ऑटो में बैठा था. उसके बाद हमलावर ने उसका पीछा कर उस पर तेजाब फेंक दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी एसएसएलसी (कक्षा 10) में पढ़ता था. यह भी पढ़ें : कल्पेश्वर महादेव मंदिर, जहां होती है भगवान शिव की जटा की पूजा
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने अस्पताल में एसिड अटैक पीड़िता से मुलाकात कर मुफ्त इलाज का आश्वासन दिया था. उन्होंने यह भी घोषणा की कि उनके ठीक होने के बाद सरकार उन्हें एक उपयुक्त नौकरी प्रदान करेगी. हमलावर युवक तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में अपना रुप बदलकर रह रहा था, जहां पुलिस उसे 13 मई को पकड़कर बेंगलुरु वापस ले आई. लेकिन वापस आने के दौरान वह भागने की कोशिश कर रहा था, जिससे पुलिस को मजबूरन उसके पैर में गोली चलानी पड़ी. आगे की जांच जारी है.