पानी पुरी खाने का शौक किसे नहीं है. लोग इसे बड़े ही आनंद के साथ खाते हैं. देश का मौसम कैसा भी हो फिर ओ गर्मी, ठंडी या बारिश का ही क्यों न हो, लेकिन पानी पूरी की बिक्री पर इसका कोई असर नहीं पड़ता हैं. लोग इसका आनंद लेते रहते हैं. लेकिन कानपूर के लोगों को अब बाजार और दूकान में पानी पुरी नहीं मिलेगी. दरअसल कोरोना वायरस के बढ़ते केस को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा है कि अनलॉक 1.0 के तहत प्रतिबंधों में छूट मिलने के बाद कोविद -19 सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा था. जिसमें जहां विक्रेताओं को मास्क पहनने, दस्ताने पहनने और स्वच्छता जैसे नियमों की अनदेखी कर रहे थे.
दरअसल देखा गया है कि पानी पुरी को जब बाजार में बेचा जाता है तो उस वक्त लोगों की भीड़ इकठ्ठा होती है. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग को कोई ध्यान नहीं रखता है. वहीं पानी पुरी, नींबू पानी बनाने के लिए हाथों का प्रयोग बार-बार होता है. इससे कोरोना के संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है. जिला मजिस्ट्रेट डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने अन्य दुकानदारों को हिदायत दी है कि लोगों की भीड़ वहां पर ज्यादा इकठ्ठी न हो. वहीं इस फैसले के बाद पानी पुरी के रोजगार से जुड़े लोगों ने अपनी तकलीफों और होने वाली नुक्सान को लेकर गुहार लगाई है.
इसके अलावा अलग से थाना में टीम बनाई गई है, जो रोस्टर के हिसाब से दूकान न खोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. बता दें कि कानपुर में अलग-अलग वस्तुओं की दुकानें रोस्टर के हिसाब से खोले जाने के निर्देश हैं. लेकिन कई जगहों पर इसकी अनदेखी की जानकारी सामने आई हैं. गौरतलब हो कि इसी महीने कानपुर जिले की विद्युत कॉलोनी की एक गली में कोविड-19 संक्रमण के 60 मरीज सामने आए थे.