
Kal Ka Mausam, 22 March 2025: देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ने लगी है, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में अब भी ठंड का असर बना हुआ है. वहीं, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और झारखंड में बादल छाए रहने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होगी.
Mumbai Weather: चिलचिलाती गर्मी के बीच ठंडक का होगा एहसास; 20 डिग्री से नीचे जा सकता है पारा.
बात करें कल के मौसम (Kal Ka Mausam) की तो मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक 22 मार्च को उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में चटक धूप से गर्मी. कई राज्यों में बादल छाए रहने के आसार हैं. इसके अलावा देश के कई हिस्सों में गर्मी अपना कहर दिखाएगी. आइए जानते हैं 22 मार्च 2025 का पूरा मौसम अपडेट.
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ेगी गर्मी
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. सुबह और रात के समय हल्की ठंडक महसूस हो रही है, लेकिन दिन में तेज धूप पड़ रही है, जिससे पसीना आने लगा है. मौसम विभाग के मुताबिक 22 से 26 मार्च तक आसमान साफ रहेगा. तेज धूप की वजह से अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक पहुंच सकता है. न्यूनतम तापमान 14-19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा.
झारखंड में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
झारखंड के कई जिलों में पिछले 24 घंटों से बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि हो रही है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी. कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हो सकती है. 23 मार्च को भी बारिश जारी रहने की संभावना. 24 मार्च से मौसम सामान्य होने की उम्मीद है.
यूपी में तेज हवाओं का खतरा
उत्तर प्रदेश में भी अगले 24 घंटों में मौसम का मिजाज बदल सकता है. राज्य के कई जिलों में तेज हवा और बारिश की संभावना जताई गई है. 23 मार्च से मौसम साफ हो जाएगा.
हीट स्ट्रोक का बढ़ेगा खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक रहेगा. तेज हवाओं की कमी के कारण गर्मी का असर सीधे शरीर पर पड़ेगा. बादल छाए रहने की संभावना कम है, जिससे धूप अधिक तीखी होगी. एनसीआर समेत मैदानी इलाकों में भी लू चलने का खतरा रहेगा.
उत्तर भारत में गर्मी ने रफ्तार पकड़ ली है और आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ने की संभावना है. झारखंड और यूपी में तेज हवाओं और बारिश का अलर्ट है, जिससे कुछ इलाकों में फसलों को नुकसान हो सकता है. वहीं, गर्मी से बचाव के लिए सावधानी बरतना जरूरी है, क्योंकि इस बार हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहेगा.