J&K: घाटी में डर का माहौल बनाना चाहते हैं पाकिस्तानी आतंकी, गुलमर्ग हमले पर भारतीय सेना का बयान
Indian Army | PTI

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद, सेना ने अपने बयान में कहा कि ये हमले कश्मीर घाटी में डर और आतंक फैलाने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं. इस हमले में सेना के दो जवान शहीद हो गए. जिनमें अनंतनाग के राइफलमैन कैसर अहमद शाह और हरियाणा के सिरसा के राइफलमैन जीवन सिंह शामिल थे. हमले में दो स्थानीय कश्मीरी पोर्टरों की जान चली गई, श्रीनगर के डिफेंस पीआरओ ने बताया कि पाकिस्तानी आतंकियों ने जानबूझकर इस हमले को अंजाम दिया ताकि कश्मीर में स्थिरता और शांति को बाधित किया जा सके.

J&K: गुलमर्ग आतंकी हमले में दो जवान शहीद, दो पोर्टर्स ने भी गंवाई जान.

कश्मीर में डर फैलाना चाहते हैं आतंकी

भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया कि सतर्क सैनिकों ने पूरी तत्परता से जवाबी कार्रवाई की, जिससे आतंकी घबरा गए और एक हथियार छोड़कर घने जंगलों में भाग निकले. रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले का उद्देश्य घाटी में शांति को बाधित करना था. मारे गए पोर्टरों में उरी के जहूर अहमद मीर और मुश्ताक अहमद चौधरी शामिल थे. सेना का कहना है कि आतंकियों की इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य कश्मीर की स्थिरता को खत्म करना और यहां के निवासियों में डर फैलाना है.

नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध: भारतीय सेना

भारतीय सेना ने कहा है कि वे स्थानीय कश्मीरियों की सुरक्षा और भलाई के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. घाटी में आतंकवादियों का उद्देश्य यहां के लोगों को डराकर अपने मंसूबे पूरे करना है, लेकिन भारतीय सेना उनकी हर योजना को नाकाम करने के लिए तत्पर है.

भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि सभी नागरिक सुरक्षित रहें और आतंकियों के मंसूबे नाकाम हों. कश्मीर घाटी में आतंकवाद से निपटने और शांति बनाए रखने के अपने मिशन पर सेना दृढ़ता से काम कर रही है. सेना ने कहा कि इन सैनिकों और स्थानीय कश्मीरियों के बलिदान से आने वाली पीढ़ियों को आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रेरणा मिलेगी.