Deoghar Ropeway Accident: 21 घंटे बाद भी हवा में रोपवे पर लटक रही 40 से ज्यादा जिंदगियां, 2 की मौत, बुलाये गए गरुड़ कमांडो (VIDEO)
देवघर रोपवे हादसा (Photo Credits: ANI)

Deoghar Ropeway Accident Updates: झारखंड (Jharkhand) के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल देवघर में त्रिकूट पहाड़ी (Trikut Hill) पर रविवार शाम हुए रोपवे हादसे में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई है. रविवार शाम हुई इस घटना में रोपवे ट्रॉली टूटने से आधा दर्जन लोग घायल हो गए. लगभग 48 लोग रोपवे की अलग-अलग ट्रॉलियों पर फंसे हुए हैं. सेना, वायुसेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), स्थानीय पुलिस और प्रशासन के द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. फंसे हुए लोगों तक खाना भी पहुंचाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 मौके पर पहुंचे है. वाम विधायक की ओर से बनाए गए अवैध रोपवे को ध्वस्त करने का काम शुरू

जानकारी के अनुसार, देवघर जिले के बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकुट पहाड़ी पर 12 रोपवे ट्रॉली आपस में टकरा गईं. इस दुर्घटना के कारण रोपवे ट्रॉली में दर्जनों लोग फंस गए. इस हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टी हुई है. जबकि 48 अन्य ट्रॉलियों में फंस गए. एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया, हादसा रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ जिसमें 10 सैलानी गंभीर रूप से जख्मी हो गए.

झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा "एनडीआरएफ, भारतीय वायुसेना और गरुड कमांडो के द्वारा सहायता ली जा रही है. जिन्होंने उस रोपवे को बनाया था उनकी टीम भी वहां पहुंच गई है. बचाव के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. चीज़ों पर हम लोगों की नज़र हैं."

सीएम हेमंत सोरेन रख रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर-

देवघर के उपायुक्त (डीसी) मंजूनाथ भजंत्री ने कहा “सभी पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकालने की तमाम कोशिशें की जा रही हैं. एनडीआरएफ की टीम भी रविवार रात से काम पर लगी हुई है और 11 लोगों को उसने निकाला है. बचाव अभियान में स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं.”

प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिसके परिणामस्वरूप केबल कारों की टक्कर हुई. हालांकि हादसे के सटीक कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. अधिकारी ने कहा कि घटना के बाद केबल कार से कूदने की कोशिश में पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए.

कैसे हुआ हादसा?

बताया जा रहा है कि रोपवे का एक तार टूट जाने की वजह से एक ट्रॉली नीचे आ गिरी और उस पर सवार आधा दर्जन लोग घायल हो गए. हादसे के बाद रोपवे बंद हो गया और इसके बाद लगभग एक दर्जन से भी ज्यादा ट्रॉलियां हवा में झूल रही हैं और उन पर पांच दर्जन से भी ज्यादा लोग सवार बताए गए हैं. मौके पर भारतीय वायु सेना के अधिकारी और सरकार के वरिष्ठ अफसर भी मौजूद है. 21 घंटे बाद भी बचाव अभियान जारी है.