जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में कोरोना वायरस का पहला मामला
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में कोरोना का पहला मामला सामने आया है. यहां विश्वविद्यालय के एक फार्मेसिस्ट को जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेएनयू प्रशासन ने फार्मेसिस्ट के संपर्क में आए सभी लोगों को सतर्क रहने और कोई भी समस्या होने पर तुरंत जांच करवाने को कहा है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के इस फार्मेसिस्ट में कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उसकी जांच करवाई गई थी. दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने 6 जून को फार्मेसिस्ट एवं विश्वविद्यालय को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. फार्मेसिस्ट की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अपने घर के अंदर ही आइसोलेशन में रखा गया है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में कोरोना का पहला मामला सामने आया है. यहां विश्वविद्यालय के एक फार्मेसिस्ट को जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेएनयू प्रशासन ने फार्मेसिस्ट के संपर्क में आए सभी लोगों को सतर्क रहने और कोई भी समस्या होने पर तुरंत जांच करवाने को कहा है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के इस फार्मेसिस्ट में कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उसकी जांच करवाई गई थी. दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने 6 जून को फार्मेसिस्ट एवं विश्वविद्यालय को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. फार्मेसिस्ट की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अपने घर के अंदर ही आइसोलेशन में रखा गया है.
यह फार्मेसिस्ट जेएनयू परिसर में बने सरकारी आवास में रहता है. जेएनयू में फार्मेसिस्ट के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के उपरांत जेएनयू प्रशासन ने तुरंत एक सकरुलर जारी किया है. यहां डीन ऑफ स्टूडेंट सुधीर प्रताप सिंह ने एक सर्कुलर जारी करते हुए कहा, "जेएनयू कम्युनिटी में किसी को भी यदि कोरोना के लक्षण महसूस हो तो वह तुरंत क्लीनिक या अस्पताल में संपर्क कर जांच करवाएं.
फिलहाल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में शैक्षणिक कार्य सक्रिय रूप से आरंभ नहीं किया गया है। यहां हॉस्टल में रहने वाले अधिकांश छात्र भी अपने अपने घरों को जा चुके हैं.