J&K: शहीदों के बलिदान का सुरक्षाबलों ने लिया बदला, हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू को कर दिया ढेर- बुरहान वानी के बाद बना था कमांडर
भारतीय सेना के हिट लिस्ट में रियाज नायकू उर्फ मोहम्मद बिन कासिम काफी ऊपर है. इस लिस्ट में नायकू को A++ श्रेणी का आंतकी बताया गया है. रियाज नायकू बांदीपोरा का रहने वाला है और 2010 से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल हुआ. हिजबुल कमांडर सबजार बट की मौत के एक दिन बाद 30 साल के रियाज नायकू को नया कमांडर नियुक्त कर दिया गया था. रियास नायकू आतंकवादी बनने से पहले एक स्थानीय स्कूल में गणित शिक्षक के रूप में काम किया था और गुलाबों की पेंटिंग करने के शौक के लिए जाना जाता था.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपुरा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू (Riyaz Naikoo) को ढेर कर दिया है. आतंकी रियाज नायकू के साथ 2 से 3 आतंकीयों के साथ शिकंजे में फंस गया था. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने उसे सरेंडर करने के लिए ललकारा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद सेना ने पूरे इलाके को घेर लिए और इंटरनेट सेवा बंद करा दी, और सर्च ऑपरेशन जारी रखा. इस दौरान आतंकी रियाज नायकू का सेना ने किस्सा खत्म कर हिजबुल मुजाहिदीन की कमर तोड़ दी. रियाज नायकू की तलाश लंबे समय से सुरक्षाबलों को थी.
कश्मीर का मोस्ट वांटेड उग्रवादी और हिजबुल प्रमुख रियाज नाइकू पुलवामा जिले के बेगपोरा का रहने वाला था. सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में पोस्टर बॉय और कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद रियाज नाइकू ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर के रूप में कमान संभाली थी. रियाज नायकू को पूरी घाटी में हिजबुल का कमांडर माना जाता था. वहीं ज्वॉइंट ट्रूप्स ने घटनास्थल से 2 आतंकवादियों के शव बरामद किए, उनमें से एक की पहचान हिजबुल कमांडर रियाज नाइकू के रूप में हुई है. सर्च ऑपरेशन जारी है. इस दौरान सुरक्षाबलों पर कई लोग भारी पथराव कर रहे हैं.
ANI का ट्वीट:-
भारतीय सेना के हिट लिस्ट में रियाज नायकू उर्फ मोहम्मद बिन कासिम काफी ऊपर है. इस लिस्ट में नायकू को A++ श्रेणी का आंतकी बताया गया है. रियाज नायकू बांदीपोरा का रहने वाला है और 2010 से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल हुआ. हिजबुल कमांडर सबजार बट की मौत के एक दिन बाद 30 साल के रियाज नायकू को नया कमांडर नियुक्त कर दिया गया था. रियास नायकू आतंकवादी बनने से पहले एक स्थानीय स्कूल में गणित शिक्षक के रूप में काम किया था और गुलाबों की पेंटिंग करने के शौक के लिए जाना जाता था.