Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश, चार की मौत, 350 से ज्यादा परिवार को किया गया शिफ्ट
पिछले चार दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के चलते आई बाढ़ में तीन नाबालिग सहित चार लोगों की मौत हो गई है. अधिकारियों ने कहा कि 350 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया है, कई मवेशी मर गए हैं और दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
श्रीनगर, 30 अप्रैल : पिछले चार दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के चलते आई बाढ़ में तीन नाबालिग सहित चार लोगों की मौत हो गई है. अधिकारियों ने कहा कि 350 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया है, कई मवेशी मर गए हैं और दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
अधिकारियों ने घाटी में स्कूल बंद कर दिए हैं और कश्मीर विश्वविद्यालय ने मंगलवार को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों डोडा, रियासी, किश्तवाड़ और रामबन और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में लगातार बारिश व बिजली के चलते दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. अचानक आई बाढ़ के चलते अलग-अलग स्थानों पर कई मवेशी और चार दर्जन से ज्यादा भेड़ें मर गईं. यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024: ’60 साल राज करने के बाद भी गरीबी नहीं हटा पाई कांग्रेस’, महाराष्ट्र के माढा में बोले पीएम मोदी (Watch Video)
कुपवाड़ा जिले में अधिकारियों ने 350 से ज्यादा परिवारों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है. पिछले चार दिनों के दौरान भारी बारिश से जम्मू-कश्मीर में दो दर्जन से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बाढ़ ने कुपवाड़ा जिले में कुछ प्रमुख बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है, जिसमें शूमरियाल ब्रिज, खुमरियाल ब्रिज, शतमुकम ब्रिज, सोहिपोरा-हैहामा ब्रिज, फारक्यान ब्रिज, कुपवाड़ा में दो ग्रामीण विकास विभाग भवन और सहायक निदेशक हस्तशिल्प कार्यालय भवन शामिल हैं.
बारामूला, पुलवामा, अनंतनाग और कश्मीर के अन्य जिलों और जम्मू संभाग के सांबा और कठुआ जिलों में प्रमुख सड़कें और विभिन्न संपर्क सड़कें पानी में डूब गई हैं. जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और भूस्खलन के चलते सभी बड़े और छोटे राजमार्ग और सड़कें बंद कर दिए गए हैं. श्रीनगर-जम्मू, श्रीनगर-लेह और मुगल रोड को बंद कर दिया गया है. दक्षिण कश्मीर के जिलों में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के कुछ हिस्से पानी में डूब गए हैं. जलभराव से श्रीनगर शहर के कई आवासीय इलाके और घाटी के अन्य निचले इलाके प्रभावित हुए हैं.
झेलम और सिंध धारा सहित सभी नदियां उफान पर हैं और नदियों और पहाड़ी जलधाराओं के करीब रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने श्रीनगर और अन्य जिलों में बाढ़ के पानी के चलते आवासीय कॉलोनियों में निकासी योजनाएं तैयार की हैं. विशो नाला, रामबियारा नाला, लिद्दर और दूधगंगा नाला जैसी सभी पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. गुलमर्ग, गुरेज, माछिल, बालटाल और जोजिला दर्रा जैसे ऊंचे इलाकों में आज ताजा बर्फबारी हुई है.
मौसम विभाग ने कहा, ''वर्तमान सैटेलाइट में कश्मीर संभाग के अधिकांश हिस्सों में आमतौर पर बादल छाए हुए हैं और जम्मू संभाग में आंशिक रूप से बादल छाए हुए हैं. कश्मीर संभाग में दोपहर तक कुछ स्थानों पर कभी-कभी धूप निकलने और आमतौर पर बादल छाए रहने की संभावना है. कश्मीर संभाग के कई हिस्सों और जम्मू संभाग के कुछ स्थानों पर गरज के साथ रुक-रुक कर हल्की बारिश होगी और कुछ स्थानों पर दोपहर या रात तक ओलावृष्टि की संभावना है.''