Jammu and Kashmir: किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच दूसरे दिन भी मुठभेड़ जारी, रुक-रुक कर हो रही गोलीबारी

जम्मू, 3 जुलाई : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ लगातार दूसरे दिन भी जारी है. सुरक्षाबलों ने बुधवार से ही इलाके में आतंकियों को घेर रखा है. गुरुवार को एक बार फिर मुठभेड़ शुरू हुई. दोनों तरफ से रुक-रुककर गोलीबारी हो रही है. सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद बुधवार शाम को किश्तवाड़ जिले के चटरू इलाके में तलाशी अभियान चलाया. जैसे ही सुरक्षाबल छिपे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंचे, उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.

भारतीय सेना की नगरोटा स्थित व्हाइटनाइट कोर ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए बताया, "विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर किश्तवाड़ के कंजल मांडू में एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान आतंकवादियों की सही जानकारी मिली और मुठभेड़ शुरू हुई." किश्तवाड़ में मुठभेड़ ऐसे समय हुई है जब अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था पहलगाम और बालटाल स्थित दो आधार शिविरों में पहुंचा. गुरुवार को दूसरा जत्था भी जम्मू के भगवती नगर से अगले पड़ाव के लिए रवाना हुआ. 26 जून को उधमपुर जिले के बसंतगढ़ इलाके में भी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया था. यह भी पढ़ें : ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े धनशोधन मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से की पूछताछ

पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हमला किया था और 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की थी. कथित तौर पर पर्यटकों के धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी गई थी. इस बर्बर आतंकी हमले से पूरे देश में आक्रोश फैल गया था. हालांकि कुछ दिन में ही भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में छिपे आतंकियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त करके पहलगाम हमले का बदला लिया.

भारत की कार्रवाई से भड़के पाकिस्तान ने सीमा पार से गोलाबारी और मिसाइलें दागनी शुरू की थीं. इन हमलों को भारत ने अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मदद से नाकाम किया था. जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान को बड़ा नुकसान भी पहुंचाया था. भारत ने मुरिदके (लाहौर के पास), बहावलपुर, कोटली और पीओके के मुजफ्फराबाद इलाकों में स्ट्राइक कीं, जिससे पाकिस्तान की सरकार घुटनों पर आई. बाद में सहमति के बाद सीजफायर की घोषणा की गई थी.