नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) में पुलिस की कार्रवाई की जांच कर रही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने अपनी तहकीकात पूरी कर ली है लेकिन अपनी रिपोर्ट अभी आयोग के अध्यक्ष को नहीं सौंपी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. जामिया परिसर में प्रवेश के बाद पुलिस की कथित ज़्यादतियों की जांच करने के लिए एनएचआरसी (National Human Rights Commission) की सात सदस्य टीम गठित की गई थी. टीम ने शिक्षकों, मुख्य प्रॉक्टर, लाइब्रेरियन और पुस्तकालय के अन्य स्टाफ के अलावा 94 छात्रों की गवाहियों को रिकॉर्ड किया है. पुलिस ने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में घुस कर कथित रूप से लाठीचार्ज किया था.
एनएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) एचएल दत्तू ने कहा, “ उन्होंने जांच पूरी कर ली है. रिपोर्ट अभी मेरे पास नहीं आई है. मैंने रिपोर्ट जमा करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है. एक रिपोर्ट को अंतिम रूप देने में बहुत समय लगता है.” यह भी पढ़े-जामिया हिंसा: पुलिस कार्रवाई में यूनिवर्सिटी को हुआ 2.66 करोड़ रुपये का नुकसान, HRD मंत्रालय को भेजा बिल
पिछले साल 15 दिसंबर को पुलिस ने विश्वविद्यालय से कुछ मीटर की दूरी पर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसक हुई भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले दागे थे. पुलिस विश्वविद्यालय में भी घुस गई थी और कहा था कि परिसर में ‘दंगाई’ घुस गए थे.