Corona में मरीजों की जान से खिलवाड़! नकली रेमडेसिविर रैकेट को लेकर VHP के जबलपुर शहर अध्यक्ष सरबजीत सिंह मोखा के खिलाफ केस दर्ज
रेमिडिसविर इंजेक्शन (Photo Credits: PTI)

कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) के बीच मरीजों की जान से खिलवाड़ करने का सिलसिला भी जारी है. नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन (Fake Remdesivir Injections) से लेकर इसकी कालाबाजारी (Black Marketing) तक की खबरें अब आम बात हो गई है. इस बीच, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जबलपुर शहर के नर्मदा खंड के विश्व हिंदू परिषद (VHP) अध्यक्ष सरबजीत सिंह मोखा (Sarabjeet Singh Mokha) समेत तीन लोगों पर पुलिस ने नकली रेमडेसिविर मामले में केस दर्ज किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, सरबजीत सिंह मोखा शहर वीएचपी अध्यक्ष होने के अलावा जबलपुर में सिटी अस्पताल (City Hospital) का मालिक है. यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh के मेरठ में इंसानियत हुई शर्मसार! नर्सों ने चुराया दम तोड़ रहे मरीज का Remdesivir इंजेक्शन, खुले बाजार में बेचने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार.

रिपोर्ट के अनुसार, सरबजीत सिंह मोखा पर आरोप है कि उसने इंदौर (Indore) से 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन हासिल किए और उन्हें अस्पताल में मरीजों को 35 हजार से 40 हजार रुपये में बेच दिया. जबलपुर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सरबजीत सिंह मोखा के अलावा देवेंद्र चौरसिया और स्वप्न जैन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

इन तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 274, 275, 308,420 के अलावा आपदा प्रबंधन एक्ट और ड्रग्स-कॉस्मेटिक्स एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. बहरहाल, नकली इंजेक्शन रैकेट में नाम आने के बाद वीएचपी ने आरोपी सरबजीत को अध्यक्ष पद से हटा दिया है.

उधर, कांग्रेस ने फेक रेमडेसिविर रैकेट को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आरोपी के कद की परवाह किए बिना, नकली दवाएं बेचने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा और उनकी संपत्तियों को कुर्क किया जाएगा.