Israel Steps Up to Clean Lakshadweep's Waters: भारत के मित्र इज़रायल ने एक बार फिर दोस्ती निभाते हुए कल से लक्षद्वीप में समुद्री जल को साफ करने का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है. यह कदम मालदीव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. लक्षद्वीप के विकास के बाद भारतीय पर्यटक मालदीव ना जाकरलक्षद्वीप की ओर आकर्षित होंगे.
लक्षद्वीप एक द्वीप है. वहां पीने के मीठे पानी की दिक्कत है. इजरायल के पास समुद्र के खारे पानी को मीठे पानी में बदलने की तकनीक है, जिसे डिसेलिनेशन कहते हैं. इसके तहत खारे पानी में मौजूद खनिजों और अन्य अशुद्धियों को अलग कर इसे पीने योग्य बनाया जाता है.
लक्षद्वीप के लिए वरदान साबित होगा प्रोजेक्ट
इज़रायली दूतावास ने भारत से अनुरोध के बाद यह 'डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है. दूतावास ने यह भी कहा है कि लक्षद्वीप के द्वीप समूह "मनमोहक" हैं और लोगों को वहां घूमने के लिए आमंत्रित किया है. इस परियोजना से लक्षद्वीप के द्वीपों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी. साथ ही, यह पर्यटन को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
We were in #Lakshadweep last year upon the federal government's request to initiate the desalination program.
Israel is ready to commence working on this project tomorrow.
For those who are yet to witness the pristine and majestic underwater beauty of #lakshadweepislands, here… pic.twitter.com/bmfDWdFMEq
— Israel in India (@IsraelinIndia) January 8, 2024
भारत-इज़रायल की मित्रता का प्रमाण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में इज़रायल की यात्रा के दौरान वहां के अत्याधुनिक जल शोधन संयंत्र को देखा था. इसके बाद दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था कि भारत के द्वीपसमूहों, खासकर अंडमान और लक्षद्वीप में इसी तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इज़रायल द्वारा लक्षद्वीप में परियोजना शुरू करना भारत-इज़रायल मित्रता का एक मजबूत उदाहरण है.