आईआरसीटीसी (IRCTC) के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी विक्रेताओं - रेलवे प्लेटफार्मों पर 78 स्टैटिक्स इकाइयों सहित को अपने मेनू में मल्टीग्रेन आधारित खाद्य पदार्थ जोड़ने के लिए कहा गया है. उनके साथ ही रेलवे की मोबाइल यूनिट, पेंट्री कार और सरकारी भवनों में आईआरसीटीसी के रेस्टोरेंट को भी यही दिशा दी गई है. यह भी पढ़ें: IRCTC E-Catering Service: भारतीय रेल की नई सेवा, अब WhatsApp के जरिए ऑनलाइन भोजन का कर सकेंगे ऑर्डर
IRCTC के अधिकारी ने आगे कहा, “संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष (International Year of Millets) घोषित किए जाने के अनुरूप उपाय किए जा रहे हैं. आईआरसीटीसी, नई दिल्ली से एक पत्र सभी विक्रेताओं को भेज दिया गया है और जल्द ही इसे सभी खाद्य इकाइयों को उपलब्ध कराया जाएगा. आईआरसीटीसी ने फरवरी के महीने में सीएसएमटी, मुंबई से शिरडी और सोलापुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस में ट्रेनों के मेनू में बाजरा पेश किया.
देखें ट्वीट:
Indian Railway Catering and & Tourism Corporation (#IRCTC) is planning to introduce nutritious additions in its menu which will include millet-based dishes. pic.twitter.com/QCU5Uax5Ru
— IANS (@ians_india) March 30, 2023
IRCTC के मुताबिक, मल्टीग्रेन लड्डू, मल्टीग्रेन रोटी और ज्वार, रागी, बाजरे की कचौरी, बाजरे की खिचड़ी, बाजरे का दलिया, बाजरे के बिस्कुट, रागी इडली, रागी डोसा और रागी उत्तपम जैसे खाद्य पदार्थ ट्रेन यात्रियों को परोसे जाएंगे. सिन्हा ने कहा, "मल्टीग्रेन मेनू देश के स्वदेशी भोजन का जश्न मनाने का एक प्रयास है, और यह निस्संदेह उन यात्रियों से अपील करेगा जो अक्सर ऐसे व्यंजनों के लिए तरसते हैं लेकिन उन्हें खोजने में असमर्थ होते हैं."