नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) आईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले में कुछ अन्य आरोपियों से पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम का आमना-सामना कराएगा. ईडी के एक सूत्र ने बुधवार को कहा कि आने वाले दिनों में केंद्रीय जांच एजेंसी एफआईपीबी (विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड) के उन अधिकारियों से चिदंबरम का आमना-सामना कराएगी, जिन्होंने आईएनएक्स मीडिया के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. सूत्र ने कहा, "हमने कुछ अधिकारियों को सम्मन किया है और उनका चिदंबरम से आमना-सामना कराया जाएगा. लेकिन आमना-सामना कराने से पहले हम एफआईपीबी मंजूरियों के पूरे चक्र का अध्ययन करना चाहते हैं.
चिदंबरम को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में 21 अगस्त को गिरफ्तार किया था. उन्हें चार सितंबर को तिहाड़ जेल भेज दिया गया था. तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में रहते हुए उन्हें ईडी अधिकारियों ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत 16 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक चिदंबरम को ईडी की हिरासत में दे दिया गया था. बुधवार को चिदंबरम को दिल्ली की एक अदालत ने 13 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. यह भी पढ़े: आईएनएक्स मीडिया मामला: पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने बयां का अपना दर्द, कहा- जेल के खाने का मोहताज नहीं, घटा 4 किलो वजन
जांच एजेंसियों पर तंज कसते हुए चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने कहा कि एजेंसियों ने अभी तक किसी गवाह या किसी वैश्विक खाते से उनका आमना-सामना नहीं कराया है. कार्ति तमिलनाडु से कांग्रेस के सांसद हैं. कार्ति ने ट्वीट किया, "सीबीआई, ईडी का यह पूरा चक्र और मेरे पिता पी. चिदंबरम की न्यायिक हिरासत मीडिया ड्रामा के लिए रचा गया झूठ है। 70 दिनों बाद हमने क्या किया? किसी भी गवाह या अघोषित वैश्विक खातों या संपत्ति से कोई आमना-सामना नहीं कराया गया। एक कंपनी द्वारा चेक में प्राप्त किए गए 9.96 लाख रुपये के लिए आरोप-पत्र.