कर्नाटक की शिवमोगा सेंट्रल जेल में अजीब मामला, छापा पड़ने पर डर के मारे कैदी ने निगला मोबाइल फोन! जानें फिर कैसे बची जान
(Photo Credits Twitter)

कर्नाटक के शिवमोगा सेंट्रल जेल (Shivamogga Central Jai) से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां गांजा तस्करी के मामले में सजा काट रहे एक कैदी ने कथित रूप से मोबाइल फोन निगल लिया. जब उसे पेट में तेज दर्द हुआ, तो जेल प्रशासन ने उसे अस्पताल भेजा. पेट की जांच के दौरान डॉक्टरों ने उसके पेट में एक मोबाइल फोन देखा, जिसे सर्जरी करके निकाला गया. इस तरह उसकी जान बचाई गई. यह भी पढ़े: Bihar: जेल में डर के मारे कैदी ने निगला मोबाइल, दर्द से बेहाल पहुंचा अस्पताल, पेट से निकाला गया फोन

क्या हुआ था?

यह घटना 24 जून, 2025 की है। 30 वर्षीय दोषी दौलत उर्फ गुंडू ने जेल में रेड पड़ने के डर से मोबाइल फोन निगल लिया था। जब उसे पेट में दर्द हुआ, तो उसने जेल कर्मचारियों से शिकायत की कि उसने गलती से एक पत्थर निगल लिया है. तुरंत उसे मैकगन अस्पताल भेजा गया. डॉक्टरों ने जांच के दौरान उसके पेट में एक विदेशी वस्तु (मोबाइल फोन) पाई और सर्जरी करके उसे बाहर निकाला.

सर्जरी बाद के पेट से निकला मोबाइल फोन

सर्जरी के बाद गुंडू के पेट से जो मोबाइल फोन निकला, उसकी चौड़ाई एक इंच और लंबाई तीन इंच थी. यह केचाओडा ब्रांड का फोन था.

जेल प्रशासन की कार्रवाई

कैदी के पेट से मोबाइल मिलने के बाद, शिवमोग्गा सेंट्रल जेल के मुख्य अधीक्षक पी. रंगनाथ ने अगले ही दिन तुंगा नगर पुलिस थाने में आरोपी दौलत के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. फिलहाल पुलिस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं.

गुंडू की सजा और इतिहास

गुंडू 2024 से शिवमोग्गा जेल में बंद है. अदालत ने उसे ड्रग तस्करी के मामले में दोषी ठहराते हुए 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई थी.तभी से वह जेल में सजा काट रहा था.