SBI ग्राहक ध्यान दें! फरवरी से बदल रहे हैं लेनदेन के कई नियम, यहां पढ़ें डिटेल्स

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहक ध्यान दें! अगले महीने फरवरी से SBI कई नियमों में बदलाव कर रहा है. ये नियम IMPS, NEFT, RTGS से जुड़े हैं. ये सभी ट्रांजैक्शन (Transaction) से जुड़े हैं जो फरवरी से बदल रहे हैं.

SBI (Photo: Wikimedia Commons)

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहक ध्यान दें! अगले महीने फरवरी से SBI कई नियमों में बदलाव कर रहा है. ये नियम IMPS, NEFT, RTGS से जुड़े हैं. ये सभी ट्रांजैक्शन (Transaction) से जुड़े हैं जो फरवरी से बदल रहे हैं. स्टेट बैंक ने आईएमपीएस ट्रांजैक्शन (IMPS transaction) की लिमिट को बदल दिया है और इसे 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. स्टेट बैंक ने बताया है कि 5 लाख रुपये तक का डिजिटल आईएमपीएस ट्रांजैक्शन किया जाए तो उस पर कोई चार्ज नहीं लगेगा. Indian Railway: ट्रेन में अगर खो जाए सामान, तो न लें टेंशन, वापस पाने के लिए फटाफट करें यह काम. 

यानी इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और योनो से IMPS किया जाए तो 5 लाख तक के ट्रांजैक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगेगा. ध्यान दें कि अगर IMPS अगर बैंक की ब्रांच में किया जाए तो उसके चार्ज में कोई छूट नहीं दी गई है. इसके लिए नए चार्ज का ऐलान कर दिया गया है. बैंक की ब्रांच में 2 लाख से 5 लाख तक का IMPS किया जाएगा तो 20 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा. यह नया नियम 1 फरवरी से लागू होगा.

SBI IMPS चार्ज- ऑनलाइन

ऑनलाइन मोड इंटरनेट या मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से किए गए किसी भी IMPS लेनदेन पर 5 लाख रुपये तक कोई सेवा शुल्क या जीएसटी नहीं लगाया जाएगा. इसमें योनो ऐप के जरिए लेनदेन शामिल है.

SBI IMPS चार्ज- ऑफलाइन

NEFT सर्विस चार्ज-ऑनलाइन

इंटरनेट या मोबाइल बैंकिंग से NEFT ट्रांजैक्शन करने पर कोई सर्विस चार्ज या GST नहीं लगेगा. योनो ऐप से किए जाने वाले एनईएफटी ट्रांजैक्शन पर भी कोई चार्ज नहीं लगेगा. ध्यान दें कि यह नियम 2 लाख रुपये तक के लिए है.

NEFT सर्विस चार्ज- ऑफलाइन

RTGS सर्विस चार्ज- ऑनलाइन

इंटरनेट, मोबाइल बैंकिंग और योनो ऐप से किए जाने वाले RTGS ट्रांजेक्शन पर कोई सर्विस चार्ज या GST नहीं लगेगा. RTGS की सीमा 6 लाख रुपये से भी अधिक हो तो उस पर भी कोई चार्ज नहीं लगेगा.

RTGS सर्विस चार्ज- ऑफलाइन

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