7th Pay Commission: इस सरकारी पेंशन स्कीम में आप भी कर सकते है निवेश, बुढ़ापे में नहीं होगी पैसे की किल्लत
अगर आप रिटायर होने के बाद भी अपनी इनकम जारी रखना चाहते है तो राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (National Pension System) आपके लिए बेस्ट सेवानिवृत्ति योजना साबित हो सकती है. एनपीएस (NPS) भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी एक प्रकार की पेंशन कम इन्वेस्टमेंट स्कीम यानि रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है.
7th Pay Commission: अगर आप रिटायर होने के बाद भी अपनी इनकम जारी रखना चाहते है तो राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (National Pension System) आपके लिए बेस्ट सेवानिवृत्ति योजना साबित हो सकती है. एनपीएस (NPS) भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी एक प्रकार की पेंशन कम इन्वेस्टमेंट स्कीम यानि रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है. जो भारत के हर नागरिक के लिए है. इसमें बाजार आधारित रिटर्न की गारंटी मिलती है.
शुरूआत में एनपीएस को 1 जनवरी 2004 को या उसके बाद सेवा में शामिल हुए केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए अधिसूचित किया गया था और बाद में उसे लगभग सभी राज्य सरकारों द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए अपनाया गया. एनपीएस को स्वैच्छिक आधार पर सभी भारतीय नागरिकों (निवासी/अनिवासी/विदेशी) और कारपोरेट जगत के कर्मचारियों के लिए बढ़ाया गया. 7th Pay Commission: कोरोना संकट के बीच यहां मिली कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी, सैलरी के लिए सरकार देगी पैसा
एनपीएस में कौन सबस्क्राइब कर सकते हैं ?
18-से 60 वर्ष के बीच की आयु का कोई भी भारतीय नागरिक, चाहे निवासी हो या अनिवासी हो, बैंक की शाखा में आवेदन प्रस्तुत कर एनपीएस खाता खोल सकता हैं. भारतीय नागरिक सभी अपेक्षित सूचना दस्तावेजों और अपने ग्राहक को जानिए दस्तावेजों को प्रस्तुत कर एनपीएस में वैयक्तिक रूप से या कर्मचारी-नियोक्ता समूह (हों) (कॉर्पोरेट) के रूप में खाता खोल सकते हैं. 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर सब्सक्राइबर को अनुमति होगी कि वह 70 वर्ष की आयु तक अंशदान कर सकते हैं.
उल्लेखनीय है की भारत सरकार की एक प्रमुख निश्चित अंशदान पेंशन योजना ‘राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस)’ ने वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के लिए अपनी सदस्यता संख्या जारी कर दी है. इस योजना की सदस्य संख्या में 30% की वृद्धि दर्ज की गई है. इस योजना में निजी क्षेत्र के 1.03 लाख व्यक्तिगत ग्राहकों या सदस्यों का नामांकन पहली तिमाही के दौरान किया गया. इसी तरह वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 206 कॉरपोरेट नामांकन भी कराए गए. इसके परिणामस्वरूप 18 से 65 वर्ष के आयु समूह में कुल 10.13 लाख कॉरपोरेट सदस्य हो गए हैं. पंजीकृत 1,02,975 सदस्यों में से 43,000 ने अपने नियोक्ता/कंपनी के माध्यम से सदस्यता प्राप्त की है, जबकि बाकी सदस्यों ने स्वेच्छा से इस योजना में अपना नामांकन कराया है.