नई दिल्ली, 31 अगस्त: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (National Institute of Open Schooling) (एनआईओएस) ने बुधवार को कहा कि देश में पहला वर्चुअल स्कूल पिछले साल केंद्र द्वारा लॉन्च किया गया था, न कि दिल्ली सरकार द्वारा. भारत के पहले वर्चुअल स्कूल के आज लॉन्च होने के दावों के संबंध में कुछ मीडिया रिपोर्टों के संदर्भ में, NOIS ने एक बयान में कहा, "यह सूचित किया जाता है कि देश का पहला वर्चुअल स्कूल पिछले साल अगस्त में केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा पहले ही लॉन्च किया गया था."एनआईओएस का बयान दिल्ली वर्चुअल मॉडल स्कूल के शुभारंभ के बाद आया है जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि यह भारत का पहला ऐसा मंच है. यह भी पढ़ें: Bihar Politics: कार्तिक कुमार ने गन्ना उद्योग मंत्री पद से दिया इस्तीफा, नीतीश कुमार की सहमति के बाद राज्यपाल ने स्वीकार किया
वर्तमान में, एनआईओएस से संबद्ध 7,000 से अधिक अध्ययन केंद्र हैं जो समर्पित रूप से शैक्षणिक सहायता प्रदान कर रहे हैं और 1,500 से अधिक अध्ययन केंद्र एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल के शिक्षार्थियों को कौशल-आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सहायता प्रदान कर रहे हैं. एनआईओएस द्वारा मान्यता प्राप्त इन अध्ययन केंद्रों द्वारा लाइव इंटरेक्टिव कक्षाएं संचालित की जाएंगी, "एनआईओएस द्वारा बयान कहा गया.
देखें ट्वीट:
India's first virtual school was launched by Centre, not Delhi govt, confirms NIOS
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— ANI Digital (@ani_digital) September 1, 2022
ओपन स्कूल ने कहा, "अकादमिक वर्ष 2021 में एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल के पहले सत्र में, वर्चुअल ओपन स्कूल के दायरे में शिक्षार्थियों द्वारा 2.18 लाख असाइनमेंट / टीएमए अपलोड किए गए थे."एनआईओएस, जिसे पहले राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय (एनओएस) के नाम से जाना जाता है, इसकी स्थापना नवंबर 1989 में शिक्षा मंत्रालय (एमओई), भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के अनुसरण में एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई थी. एनआईओएस माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्तरों पर सामान्य और शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के अलावा कई व्यावसायिक, जीवन संवर्धन और समुदाय-उन्मुख पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है.