मुंबई, 18 नवंबर : भारतीय इक्विटी बाजार में अगले एक साल में मजबूत रिकवरी देखने को मिल सकती है और सेंसेक्स दिसंबर 2026 तक 1,07,000 के स्तर तक पहुंच सकता है, जो कि मौजूदा स्तर से 26 प्रतिशत अधिक है. यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में बताया गया कि इस तेजी को समर्थन भारत सरकार की ओर से किए जा रहे नीतिगत सुधारों और आर्थिक गतिविधियों में तेजी से मिलेगा. रिपोर्ट में कहा गया कि धीमेपन का दौरा समाप्त हो चुका है और आने वाले महीनों में आय में मजबूती देखने को मिलेगी.
ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, सरकार के नीतिगत फैसलों के कारण भारत की लंबी अवधि की विकास दर मजबूत बनी हुई है, जिससे घरेलू कारकों में सुधार हो रहा है. हालांकि, बाहरी कारकों से अर्थव्यवस्था को जोखिम बना हुआ है. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि भारत के वैल्यूएशन भी आने वाले महीनों में मजबूत विकास को सपोर्ट कर रहे हैं और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के पास भारतीय बाजार में अब तक की सबसे कम हिस्सेदारी है. यह भी पढ़ें : Delhi Blast Case: पटियाला हाउस कोर्ट ने आतंकी जासिर बिलाल को 10 दिन की एनआईए कस्टडी में भेजा
बुल-केस सिनेरियो में बीएसई सेंसेक्स दिसंबर 2026 तक 1,07,000 तक पहुंच सकता है, जो कि मौजूदा स्तर से 26 प्रतिशत अधिक है. वहीं, बेस-केस सिनेरियो में सेंसेक्स 95,000 के स्तर को छू सकता है, जो कि मौजूदा स्तर से करीब 13 प्रतिशत अधिक है. इससे पहले मॉर्गन स्टेनली ने कहा था कि सेंसेक्स जून 2026 तक एक लाख के आंकड़े को छू लेगा.
विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार के मूल्यांकन में काफी सुधार हुआ है और अक्टूबर 2025 में यह निम्नतम स्तर पर पहुंच गया. उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में सकारात्मक वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है, जो बाजार की पुनः रेटिंग को समर्थन प्रदान करेगा. सेंसेक्स मौजूदा समय में अपने ऑल-टाइम हाई 85,478.25 से करीब 800 अंक 84,700 के करीब कारोबार कर रहा है.













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