नई दिल्ली:- भारतीय नौसेना की ताकत का पूरी दुनिया लोहा मानता है. आज यानी 4 दिसंबर को ही भारतीय नौसेना के जांबाजों ने पकिस्तान को धूल चटाई थी. इस दिन को भारत में नौसना दिवस के रूप में मनाया जाता है. दुश्मन देश से मुकाबला करने में भारतीय नौसना किसी भी मामले में कम नहीं है. इंडियन नेवी के पास कई ऐसे घातक और विध्वंसक हथियार हैं. जो दुश्मनों को खाक में मिलाने के लिए काफी है. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की सबसे ताकतवर नेवी के मुकाबले भारतीय नेवी सातवें नंबर है. शायद यही कारण है कि दुश्मन भूलकर समंदर की तरफ आंखे उठाकर नहीं देखते हैं.
नौसेना की ताकत पर एक नजर डालें तो इनके पास INS विक्रमादित्य है. आईएनएस विक्रमादित्य पर इंडियन नेवी के 16 सौ जवान के बार में तैनात हो सकते हैं. इसके साथ INS विक्रमादित्य पर एक साथ 36 फाइटर प्लेन कैरी किए जा सकते हैं. आईएनएस विक्रमादित्य की लंबाई 3 फुटबाल मैदान के बराबर है. INS विक्रमादित्य को भारतीय नौसेना में 16 नवम्बर 2013 को शामिल किया गया था.
इसके साथ ही भारत के पास INS कोच्चि भी है. भारतीय नौसेना का युद्धपोत INS कोच्चि भी दुश्मनों का काल है. अत्याधुनिक हथियारों से लैस INS कोच्चि सबसे घातक युद्धपोत है. इसमें लगे अत्याधुनिक उपकरण इसे दुश्मनों के रडार से बचाने में बेहद कारगर हैं. INS कोच्चि अपने दुश्मनों को 300 किलोमीटर दूर से अपने दुश्मनों को ढेर कर सकता है. ये हैं भारतीय सेना के घातक हथियार, नाम सुनते ही खौफ खाते हैं चीन और पाकिस्तान.
नेवी के पास आईएनएस चक्र पनडुब्बी भी है. जो दुश्मनों के लिए एक साइलेंट किलर है. भारत ने सौदे के तहत से इसे रूस से लिया है. रूस में के-152 नेरपा' नाम से जाना जाता है. लेकिन भारत में इसका नाम आईएनएस चक्र रखा गया है. जो 8 हजार टन वजन की है. रिपोर्ट के मुताबिक नौसेना के पास कुल 55 युद्धपोत और 58,350 सैनिकों की क्षमता है. इसके अलावा नौसेना के पास 9 विध्वंसक, 15 पोत, न्यूक्लियर हमला करने वाली एक पनडुब्बी. बता दें कि भारतीय नौसना के पास ऐसे कई अनगिनत हथियार और पनडुब्बी लगातार शामिल हो रहे हैं. जो इनकी ताकत को और भी बढ़ा देंगे.