नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव के बाद, पूर्वी लद्दाख में बॉर्डर पर एक सकारात्मक बदलाव दिख रहा है. दिवाली के अवसर पर दोनों देशों के सैनिकों ने मिठाइयों का आदान-प्रदान कर दोस्ती का संदेश दिया. पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों से दोनों पक्षों के सैनिकों की वापसी पूरी होने के एक दिन बाद भारतीय और चीनी सैनिकों ने दिवाली के अवसर पर एक-दूसरे का मुहं मीठा किया. इससे पहले 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद स्थिति तनावपूर्ण थी, लेकिन हाल ही में दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत भारतीय सैनिकों ने पेट्रोलिंग फिर से शुरू की है.
रक्षा अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल संबंधों में सुधार की प्रक्रिया प्रारंभिक स्तर पर है, और धीरे-धीरे सामान्य स्थिति बहाल करने की ओर कदम उठाए जा रहे हैं. आज ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि भारत और चीन के बीच वार्ता जारी रहेगी, ताकि कुछ क्षेत्रों में विवाद को पूरी तरह से हल किया जा सके. उन्होंने असम के तेजपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इस समझौते में पारंपरिक पेट्रोलिंग के अधिकार और चराई के मुद्दों का समाधान शामिल है.
LAC पर सैनिकों ने बांटी मिठाई
Sweets to be exchanged at all border personnel meeting points between India and China on account of Diwali. pic.twitter.com/6WPPWREXMn
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) October 30, 2024
पेट्रोलिंग की प्रक्रिया शुरू
भारतीय रक्षा सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को देपसांग और डेमचोक के पारंपरिक पेट्रोलिंग प्वाइंट्स पर भारतीय सैनिकों ने पेट्रोलिंग की प्रक्रिया शुरू की. पिछले कुछ समय से पेट्रोलिंग स्थगित थी, क्योंकि दोनों देशों के बीच शांति स्थापना और जांच की प्रक्रिया चल रही थी. अब दोनों पक्ष इस ओर बढ़ रहे हैं कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल हो सके.
पांच पेट्रोलिंग प्वाइंट्स पर सुरक्षा की तैनाती
भारतीय सैनिक अब देपसांग के पांच पेट्रोलिंग प्वाइंट्स और डेमचोक के दो प्वाइंट्स पर तैनात हैं. अधिकारियों के अनुसार, प्रत्येक पेट्रोलिंग प्वाइंट पर तैनाती का स्तर वहां के कार्य की आवश्यकता और दूरी पर निर्भर करेगा. साथ ही, यह भी सहमति हुई है कि पेट्रोलिंग से पहले दोनों पक्ष एक-दूसरे को सूचित करेंगे ताकि किसी प्रकार की अनावश्यक टकराव की स्थिति न बने.
विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने बताया कि दोनों देशों के बीच कई सप्ताह की वार्ताओं के बाद इस समझौते पर सहमति बनी है. उन्होंने कहा कि इस समझौते का आधार "समान और आपसी सुरक्षा" है, जिसमें दोनों देशों को अपने पारंपरिक पेट्रोलिंग और चराई के अधिकार दिए गए हैं.