अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर (Kashmir) का मुद्दा उठाने वाले पकिस्तान (Pakistan) ने अपनी पुरानी आदत को बरकरार रखा है. UNGA में पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा. संयुक्त राष्ट्र के बड़े मंच का फायदा उठाते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने पहले जैसा ही रूख अपनाया. अपने संबोधन में पाक पीएम ने कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन यह भारत की जिम्मेदारी है कि वह सार्थक रूप से जुड़े. इमरान खान ने कहा कि भारत को कश्मीर में डेमोग्राफिक चेंज बंद करना होगा. PM Modi US Visit: पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने मिलकर पाकिस्तान की बखिया उधेड़ी, फटकारते हुए कहा- टेररिज्म का समर्थन करना बंद करे इस्लामाबाद.
इमरान खान के इस बयान से एक बार उन्हें भारत की लताड़ सुननी पड़ी है. इमरान खान के बयान के बाद राइट टू रिप्लाई अधिकार का इस्तेमाल करते हुए भारत की UNGA में फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे (Sneha Dubey) ने पाकिस्तान के पीएम को खूब सुनाया. स्नेहा दुबे ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद की शरणस्थली करार देते हुए भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने वाला बताया और पाकिस्तान से POK से कब्जा छोड़ने के लिए कहा.
भारत ने दिया पाकिस्तान को जवाब
Entire UTs of Jammu&Kashmir & Ladakh were, are & will always be integral & inalienable part of India. This includes areas that are under illegal occupation of Pakistan. We call upon Pakistan to immediately vacate all areas under its illegal occupation: First Secretary Sneha Dubey pic.twitter.com/bYPdrdpy1H
— ANI (@ANI) September 25, 2021
UNGA में फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग थे, हैं और रहेंगे. पाकिस्तान ने इसमें कुछ क्षेत्रों पर अवैध कब्जा कर रखा है. हम पाकिस्तान से उसके अवैध कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने की मांग करते हैं.
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता ने भारत के खिलाफ झूठ फैलाने और उसकी छवि गिराने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्लेटफार्म का गलत इस्तेमाल किया है. अपने देश की दुखद स्थिति से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने यह व्यर्थ कोशिश की है, जहां आतंकवादी पनपता है.
पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए स्नेहा दुबे ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश जानते हैं कि पाकिस्तान का इतिहास रहा है आतंक को पनाह देने, आतंकियों की फंडिंग करने और उन्हें हथियार उपलब्ध करने का. स्नेहा दुबे ने कहा, आतंकियों के महिमामंडन के लिए पाकिस्तान ने यूएन के मंच का इस्तेमाल किया है. पाकिस्तानी नेता ओसामा बिन लादेन का महिमामंडन करते हैं.