BRO Projects At China Border: चीन सीमा पर भारत 8,000 करोड़ रुपये की 300 सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है. यह क्षेत्र में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में सुधार और भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के एक बड़े प्रयास का हिस्सा है.
बीआरओ परियोजनाओं में पुल, सुरंगें और एयरफील्ड्स हैं. बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने 24 सितंबर को ये जानकारी दी. बीआरओ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी के मुताबिक, भारत ने पिछले कुछ सालों में चीन सीमा पर तैयार 300 प्रोजेक्ट्स पर करीब 8 हजार करोड़ खर्च किए हैं. अगले चार महीनों में 60 और प्रोजेक्ट तैयार हो जाएंगे. काम तेजी से चल रहा है. अगले 3-4 साल में हम चीन को पछाड़ देंगे. आर्थिक संकट से जूझते पाकिस्तान में जनवरी में चुनाव, किसकी बनेगी सरकार?
>BRO चीफ ने कहा कि भारत सरकार हमारे प्रोजेक्ट्स के लिए आर्थिक और नई तकनीक को लेकर काफी मददगार है. बीते 2 साल में सरकार ने हमारे बजट में 100% का इजाफा किया है इन परियोजनाओं से सीमा पर दूरदराज के इलाकों तक पहुंच में सुधार होगा और सैनिकों और आपूर्ति के लिए इधर-उधर जाना आसान हो जाएगा. परियोजनाओं से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा.
India is constructing 300 BRO projects worth 8,000 crore at China border. (BRO DG)
🚨 India is constructing 300 BRO projects worth 8,000 crore at China border. (BRO DG) pic.twitter.com/5QSz3nSy1f
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) September 24, 2023
बीआरओ परियोजनाओं का निर्माण तीव्र गति से हो रहा है, और उनमें से कई के अगले कुछ वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है. भारत सरकार ने परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण संसाधन आवंटित किए हैं, और उन्हें समय पर और बजट के भीतर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
बीआरओ परियोजनाओं का निर्माण एक महत्वपूर्ण विकास है, और यह चीन सीमा पर अपने बुनियादी ढांचे और रक्षा क्षमताओं में सुधार करने के भारत के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है.