आज भारत पर लगेगा दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री धारक का टैग, 70000 लोगों को मिलेगा जॉब

आज से दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री होने का टैग भारत को लग जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन के साथ मिलकर आज नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन करेंगे.

आज से नोएडा में शुरू होगी दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री (Photo Credits: IANS)

लखनऊ: आज से दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री होने का टैग भारत पर लग जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन के साथ मिलकर आज नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन करेंगे. उनके हेलिकॉप्टर को उतारने के लिए फैक्ट्री के पास ही हेलिपैड बनाया गया है. स्मार्टफोन बनाने वाली दिग्गज कंपनी सैमसंग इस प्लांट को खोल रही है. यह प्लांट 35 एकड़ में फैली है इसमें करीब 70,000 लोगों को रोजगार मिलेगा.

इस नए प्लांट में सैमसंग ने 5,000 करोड़ का निवेश किया है और सालाना 12 करोड़ मोबाइल मैन्युफैक्चर करने का लक्ष्य है. हालांकि यह फैक्ट्री 2005 में लगाई गई थी. लेकिन पिछले साल जून में दक्षिण कोरियाई कंपनी ने 4,915 करोड़ रुपये का निवेश कर नोएडा संयंत्र में विस्तार करने की घोषणा की थी.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन चार दिन की भारत यात्रा पर रविवार शाम नई दिल्ली पहुंचे. हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मून का पारंपरिक स्वागत किया गया. दिल्ली पहुंचने पर राष्ट्रपति मून जे इन ने अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की भारत यात्रा से दोनों देशों के रिश्तो को तो मजबूती मिलेगी ही, भारत में मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया को भी गति मिलेगी.

आईएएनएस के मुताबिक नई फैक्ट्री में न सिर्फ मोबाइल बल्कि सैमसंग के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे रेफ्रिजरेटर और फ्लैट पैनल वाले टेलीविजन का उत्पादन भी दोगुना हो जाएगा और कंपनी इन सारे सेगमेंट में अग्रणी की भूमिका में बनी रहेगी. भारत में कंपनी इस समय 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है और नए संयंत्र के चालू हो जाने पर तकरीबन 12 करोड़ मोबाइल फोन का विनिर्माण होने की संभावना है.

काउंटरप्वाइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक के अनुसार, नई फैक्ट्री से सैमसंग बाजार में कम समय में उत्पाद उतारने में सक्षम होगी. पाठक ने कहा, इससे सैमसंग को अनुसंधान एवं विकास के जरिये डिवाइस में कुछ स्थानीय फीचर लाने में मदद मिलेगी.

सैमसंग के भारत में दो विनिर्माण संयंत्र, नोएडा और तमिलनाडु के श्रीपेरुं बदूर में, हैं. इसके अलावा पांच अनुसंधान व विकास केंद्र और नोएडा में एक डिजाइन केंद्र हैं निमें 70,000 लोग काम करते हैं. कंपनी ने अपने नेटवर्क को बढ़ाया है और 1.5 लाख रिटेल आउटलेट खोले हैं.

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