नई दिल्ली: पहले चरण और दूसरे चरण के मतदान के दौरान वोट प्रतिशत में बदलाव को विपक्षी इंडिया गठबंधन ने मुद्दा बना लिया है. विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता लोकसभा चुनाव में हर चरण के बाद पूर्ण मतदान प्रतिशत के आंकड़े तत्काल जारी करने की मांग को लेकर आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे. विपक्षी नेता बीजेपी के अपने चुनावी अभियान में कथित तौर पर धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल का मुद्दा भी उठाएंगे. प्राप्त जानकारी के अनुसार इंडिया ब्लॉक के नेता गुरुवार दोपहर को भारत के चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ से मिलेंगे. इंडिया गठबंधन के नेता एक ज्ञापन सौंपेंगे और चुनाव पैनल के साथ मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. Lok Sabha Elections 2024: बचे चार चरणों के लिए एजेंडे को धार देने में जुटी बीजेपी.
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) समेत विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को अलग-अलग पत्र लिखकर पहले दो चरणों में मतदान के आंकड़ों को जारी करने में कथित देरी पर चिंता जताई है. इससे पहले, पहले और दूसरे चरण के मतदान प्रतिशत को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए थे. कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने पूछा था कि चुनाव के 11 दिन बाद मत प्रतिशत 60 से बढ़कर 66 फीसदी कैसे हो गया?
विपक्ष के आरोपों के बीच, चुनाव आयोग ने दावा किया था कि मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद “मतदान की वास्तविक संख्या” का बूथ-वार आंकड़ा उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है. पिछले सप्ताह जारी एक बयान में, निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा था कि वह मतदान के प्रत्येक चरण के बाद मतदान के आंकड़ों को समय पर जारी करने को “उचित महत्व” देता है. उसने कहा कि न केवल निर्वाचन क्षेत्र, बल्कि मतदान की वास्तविक संख्या का बूथ-वार आंकड़ा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. तीसरे चरण के मतदान के लिए निर्वाचन आयोग के मतदान ऐप ने बुधवार को दिखाया कि 65.55 प्रतिशत मतदान हुआ था.