नई दिल्ली: राजनीति में कदम रखने के बाद हर नेता का सपना होता है कि वह देश का प्रधानमंत्री बने और 15 अगस्त को लाल किले पर झंडा फहराकर देशवासियों को संबोधित करें. देश में कुछ ऐसे प्रधानमंत्री बने जिन्हें लाल किले पर कई बार झंड़ा फहराने का मौका मिला. लेकिन कुछ ऐसे भी प्रधानमंत्री बने जिन्हें लाल किले पर एक बार भी झंडा फहराने का मौका नही मिला. 15 अगस्त 1947 को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू बने थे. लाल किले पर पंडित नेहरु सबसे ज्यादा झंडा फहराने का अवसर मिला. उन्होंने 1947 से लेकर 1964 तक 17 बार लाल किले पर झंडा फहराकर देश वासियों को संबोधित किया था.
लाल किले पर नेहरु के बाद किसी को सबसे ज्यादा बार झंडा फहराने को लेकर मौका मिला है तो वो है उनकी बेटी इंदिरा गांधी. इंदिरा ने लाल किला पर 16 बार राष्ट्रध्वज फहराया है. इसके बाद नंबर आता है मनमोहन सिंह का. उन्होंने अपने दस साल के कार्यकाल में दस बार लाल किले पर झंडा फहराया .
वही देश के दो ऐसे प्रधानमंंत्री भी रहे है जिन्हें ये मौका नहीं मिला. इन दोनों प्रधानमंत्रियों का नाम गुलजारीलाल नंदा और चंद्रशेखर. इन दोनों को लाल किले पर झंडा फहराने का मौका नही मिला.