Uttar Pradesh: यूपी में नवजात को नदी से निकालने के लिए शख्स को ईनाम में मिलेगी नाव
नवजात शिशु ( Photo Credis : @kartik4bjp/twitter)

गाजीपुर, 18 जून : गाजीपुर जिले (Ghazipur District) में गंगा नदी में तैरते लकड़ी के बक्से से 21 दिन की बच्ची को बचाने वाले नाविक गुल्लू चौधरी को राज्य सरकार की ओर से एक नाव भेंट की जाएगी. साथ ही उन्हें उनकी पात्रता के अनुसार अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य सरकार बच्चे के पालन पोषण का खर्च वहन करेगी और बचावकर्ता को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करेगी.

जिलाधिकारी गाजीपुर एम.पी. सिंह, अधिकारियों के साथ, गुरुवार को गाजीपुर के दादरी घाट के पास उनके घर पर उनका विवरण जानने के लिए गए. संभागायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा, "जिला मजिस्ट्रेट गाजीपुर ने व्यक्तिगत रूप से चौधरी की आर्थिक स्थिति की जानकारी ली, पता चला है कि उनके पास मकान है. इसलिए उन्हें आवास योजना के तहत लाभ का पात्र नहीं पाया गया. जैसा कि यह भी सामने आया है कि वह आजीविका कमाने के लिए कुछ अन्य व्यक्तियों की नाव संचालित करता है, प्रशासन ने निर्णय लिया है कि उसे एक नाव दी जाए." यह भी पढ़ें : चेन्नई में तेल रिसाव की तटरक्षक बल कर रहे है निगरानी

अपनी ओर से, चौधरी ने अपने घर तक एक 'पक्की' (कंक्रीट) सड़क बनाने की मांग की और अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस मामले को जल्द ही उठाया जाएगा. एप्रोच रोड जर्जर हालत में है और अधिकारियों को दादरी घाट के पास एक मंदिर परिसर में उनसे मिलने के लिए चौधरी को बुलाना पड़ा. नाविक को कोतवाली थाना क्षेत्र के दादरी घाट पर गंगा में तैरता लकड़ी का डिब्बा मिला था. नाविक को कोतवाली थाना क्षेत्र के दादरी घाट पर गंगा में तैरता लकड़ी का डिब्बा मिला था. जब उसने डिब्बा खोला तो उसमें एक बच्ची थी. बॉक्स को लाल कपड़े और देवी दुर्गा और भगवान विष्णु की तस्वीरों से सजाया गया था, जबकि एक कुंडली में उनके जन्म की तारीख और समय था. लड़की की कमर 'चुनारी' से बंधी हुई थी.