पटना, 19 मार्च : बिहार के लोग शनिवार को रंगों का त्योहार होली की मस्ती में डूबे हैं. हालांकि कुछ इलाकों में शुक्रवार को भी होली मनाई गई थी, लेकिन अधिकांश इलाकों में शनिवार को होली मनाई जा रही है. पिछले वर्ष कोविड 19 के कारण होली फीकी नजर आई थी, इस कारण इस साल लोगों में होली को लेकर पूरा उत्साह है. बिहार में सियासी होली हालांकि इस साल दिखाई नहीं दे रही है. लालू प्रसाद की 'कुर्ता फाड़ होली' चर्चित थी, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में यह होली भी देखने को नहीं मिल रहा है.
शहरों की सड़कों से लेकर गांवों तक पगडंडियों में बच्चों की टोली निकली है. सडकों पर बच्चे बड़ी-बड़ी पिचकारी लेकर निकले हैं. आने-जाने वालों को बच्चों की टोली किसी भी हाल में छोडना नहीं चाह रही है. ऐसे लोगों पर बच्चों की टोलियां रंगों की बौछार कर रहे हैं. जगह-जगह होली के गीत और चैता गाए जा रहे हैं. सड़कों और चैराहों पर मस्ती का माहौल छाया हुआ है. लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं और बधाई दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस बार होली दो दिन हुई है. ऐसे में बिहार के लोगों को दो दिन होली मनाने का मौका मिल रहा है. यह भी पढ़ें : यूपी में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में झुलसने से मौत के मामले में आरोपी पति गिरफ्तार
पिछले दो साल से रंगों के पर्व होली पर कोरोना संकट था. लोगों ने तमाम पाबंदियों के बीच इस पर्व को मनाया था. इस बार किसी भी प्रकार की पाबंदियां नहीं हैं, इस कारण लोगों में उत्साह भी गजब का है. बिना पाबंदियों के उनके चेहरे खिल रहे थे. इधर, बिहार की सियासत में भी इस साल होली का रंग नहीं चढ़ता दिख रहा है. कुर्ता फोड़ होली के लिए चर्चित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का आवास सूना है. कभी लालू प्रसाद की कुर्ताफाड़ होली बिहार में प्रसिद्ध थी. होली के दिन लालू आवास पर राजद कार्यकर्ताओं की भीड़ लगती थी. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पहले ही बता दिया था कि इस साल हमलोग होली नहीं मना रहे हैं. इस कारण राबड़ी आवास सूना ही रहा.