बजरंग दल का हैदराबाद में फरमान, गरबा और डांडिया स्थलों पर हो आधार कार्ड की जांच, ताकि ‘गैर-हिंदू' लोगों की पहचान हो सके
आज नवरात्र के पावन पर्व का पहला दिन है. बता दें कि नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा होती है. हैदराबाद में नवरात्रि के दौरान ‘गरबा और डांडिया’ आयोजन करने वालों को हिंदू संगठन बजरंग दल ने एक बाद फरमान सुना दिया है. बजरंग दल ने ‘गरबा और डांडिया’ आयोजन करने वालों से कहा कि गरबा स्थल पर आधार कार्ड को अनिवार्य किया जाए.
हैदराबाद. आज नवरात्र के पावन पर्व का पहला दिन है. बता दें कि नवरात्रि (Navratri 2019) के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री (Shailputri) की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि शैलपुत्री (Shailputri) पर्वतराज हिमालय की बेटी हैं. यही कारण है कि नवरात्रि में शैलपुत्री पूजा का विशेष महत्त्व है. कहा जाता है कि जो भी भक्त श्रद्धा भाव से मां की पूजा करता है उसे सुख और सिद्धि की प्राप्ति होती है.इसी कड़ी में पुरे देश में फिलहाल नवरात्रि (Navratri 2019) की धूम मची है. जगह-जगह गरबा और डांडिया का आयोजन किया गया है. इसी बीच हैदराबाद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है.
हैदराबाद में नवरात्रि (Navratri 2019) के दौरान ‘गरबा और डांडिया’ आयोजन करने वालों को हिंदू संगठन बजरंग दल ने एक बाद फरमान सुना दिया है. बजरंग दल (Bajrang Dal) ने ‘गरबा और डांडिया’ आयोजन करने वालों से कहा कि गरबा स्थल पर आधार कार्ड (Aadhar Card) को अनिवार्य किया जाए.
इसके पीछे बजरंग दल (Bajrang Dal) का तर्क है कि गरबा स्थल पर आधार कार्ड (Aadhar Card) की जांच करने से वहां आनेवाले गैर-हिंदू लोगों की पहचान आसानी से हो पाएगी. यह भी पढ़े-नवरात्रि के पहले दिन हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, देश के अन्य कोनों में दिखी भारी भीड़
बजरंग दल का फरमान, गरबा स्थलों पर हो आधार कार्ड की जांच-
ज्ञात हो कि 'गरबा और डांडिया’ आयोजकों को लिखे एक खुले पत्र में बजरंग दल ने दावा किया है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान गैर-हिंदू युवा इस तरह के कार्यक्रमों में प्रवेश करके महिलाओं से दुर्व्यवहार करते रहे हैं. इसलिए उनकी एंट्री को रोकने के लिए आधार कार्ड की जांच अनिवार्य होनी चाहिए. बहरहाल इस फरमान के बाद फिलहाल आयोजकों की तरफ से किसी तरह का कोई बयान सामने नहीं आया है.