नई दिल्ली: कोरोना की चुनौतियों के चलते लगभग 6 महीनों के बाद "लोकल टू ग्लोबल" थीम के साथ 9 अक्टूबर 2020 से फिर से शुरू हो रहे "हुनर हाट" (Hunar Haat) में इस बार स्वदेशी खिलौनों का जलवा रहेगा. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने बताया कि "देश के हर क्षेत्र में देसी खिलौनों के उत्पादन की बहुत पुरानी और पुश्तैनी परंपरा रही है, वह खत्म हो रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोत्साहित करने के आहवान ने भारत के स्वदेशी खिलौना उद्योग में नई जान डाल दी है. नकवी ने बताया "देश का हर क्षेत्र लकड़ी, ब्रास, बांस, शीशे, कपडे, कागज, मिटटी के खिलौने बनाने वाले हुनर से भरपूर हैं. इनके इस शानदार स्वदेशी उत्पादन को "हुनर हाट" एक बड़ा प्लेटफार्म देने जा रहा है.
नकवी ने कहा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी खिलौनों को प्रोत्साहित करने के आहवान से भारतीय खिलौना उद्योग फिर से बाजार में अपना वर्चस्व कायम करेगा. वहीं अक्टूबर 2020 से शुरू होने वाले "हुनर हाट" में 30 प्रतिशत से ज्यादा स्टाल स्वदेशी खिलौनों के कारीगरों के लिए होंगे.अगला "हुनर हाट" प्रयागराज में 9 से 18 अक्टूबर 2020 तक आयोजित किया जायेगा. स्वदेशी खिलौनों की आकर्षक पैकेजिंग के लिए भी विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से दस्तकारों-शिल्पकारों की मदद की जाएगी. यह भी पढ़े: आत्मनिर्भर भारत पैकेज: छोटे किसानों की आय बढ़ाने में मोदी सरकार की ये 11 घोषणाएं करेगी मदद
इस बार के "हुनर हाट" का डिजिटल और ऑनलाइन प्रदर्शन भी होगा. साथ ही लोगों को "हुनर हाट" में प्रदर्शित सामान को ऑनलाइन खरीदने की भी सुविधा दी जा रही है. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की तरफ से अभी तक देश के विभिन्न भागों में दो दर्जन से अधिक "हुनर हाट" का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें लाखों दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को रोजगार के अवसर मिले हैं। आने वाले दिनों में "हुनर हाट" का आयोजन जयपुर, चंडीगढ़, इंदौर, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, दिल्ली, रांची, कोटा, अहमदाबाद में होगा.