Women CISF Battalion: भारत के गृह मंत्रालय (MHA) ने राष्ट्रीय सुरक्षा में महिलाओं की भूमिका को और मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है. मंत्रालय ने लैंगिक समानता को बढ़ावा देने वाली CISF की पहली पूर्ण महिला बटालियन को मंजूरी दे दी है. यह महत्वाकांक्षी फैसला महिलाओं को राष्ट्रीय सामरिक संपत्तियों की सुरक्षा के लिए CISF के मिशन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगा. इस बटालियन के गठन से महिलाओं को देश की रक्षा सेवाओं में शामिल होने के लिए एक नया मंच भी मिलेगा.
वर्तमान में CISF में 7% से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं, लेकिन इस नई बटालियन के गठन से यह संख्या और बढ़ेगी. यह महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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गृह मंत्रालय ने CISF की पहली महिला बटालियन को दी मंजूरी
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In a landmark decision, MHA has approved CISF’s 1st ever all-women battalion promoting gender equality. It will encourage aspiring women to join CISF's mission to safeguard national strategic assets.@PMOIndia @HMOIndia pic.twitter.com/DPq1Xy7HvV
— CISF (@CISFHQrs) November 12, 2024
CISF के उप महानिरीक्षक दीपक वर्मा ने कहा कि बटालियन के गठन के लिए भर्ती, प्रशिक्षण और मुख्यालय की जगह के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस बटालियन का प्रशिक्षण विशेष रूप से ऐसा डिजाइन किया जाएगा, जिससे ये महिलाएं कमांडो के रूप में वीआईपी सुरक्षा, हवाई अड्डों की सुरक्षा और दिल्ली मेट्रो रेल सुरक्षा जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा सकें.
इस बटालियन के गठन से CISF में कार्यरत महिलाओं को एक अलग पहचान मिलेगी, जो उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा में बढ़ती भूमिका को दर्शाएगा. गृह मंत्री के निर्देशों के तहत, यह बटालियन देश की सुरक्षा में और योगदान देने के लिए तैयार होगी. इस बटालियन का निर्माण महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत साबित होगा. यह महिलाओं के सामर्थ्य को साबित करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा.