नई दिल्ली, 1 मई : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि 4 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और आस-पास के इलाकों में एक चक्रवाती सर्कुलेशन बनने की संभावना है, जिसके कारण 5 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. आईएमडी के बुलेटिन में कहा गया है, "इसके प्रभाव में, 6 मई के आसपास उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र (एलपीए) बनने की संभावना है."
5 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. 5 और 6 मई को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे तक) चलने की संभावना है. आईएमडी की एडवाइजरी में मछुआरों को इन क्षेत्रों में नहीं जाने को कहा गया है. यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री केजरीवाल को राष्ट्रवाद सीखने के लिए आरएसएस मुख्यालय जाना चाहिए: बीजेपी सांसद
हवा की गति के आधार पर सिस्टम की ऊर्जा के आधार पर, एलपीए डिप्रेशन में, फिर डीप डिप्रेशन में और फिर साइक्लोनिक स्टॉर्म या सुपर साइक्लोनिक स्टॉर्म जैसे मजबूत सिस्टम में विकसित होता है. आम तौर पर, चक्रवात उत्तर हिंद महासागर में अप्रैल और मई में बनते हैं, यानी मानसून से पहले.