उत्तराखंड (Uttarakhand) भारी बरसात ने तांडव मचा रखा है. उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर शुक्रवार रात लगातार हो रही भारी बारिश के कारण भारी तबाही मची हुई है, वहीं सोमवार को भी सूबे में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मोरी तहसील में बादल फटने के बाद वहां बचाव कार्य जारी है. जिसमें दो हेलीकाप्टरों की मदद ली जा रही है और तीन मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंच चुकी हैं. मोरी ब्लॉक में कल और आज की मध्यरात्रि में बादल फटने से यमुना की सहायक नदियों में आयी बाढ ने कई गांवों में तबाही मचायी जिससे आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गए.
उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश के कारण 8 जिलों में स्कूलों को बंद रखने का फैसला प्रसाशन ने लिया हैं. वहीं, सुरक्षा के लिहाज से चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा रोक दी गई है. बता दें कि उत्तराखंड में बादल फटने के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी और 22 अन्य लापता हो गए हैं. जिनके बचाव के लिए कार्य जारी है. बारिश का कहर हिमाचल प्रदेश में देखने को मिला. जहां बारिश के कारण होने वाली घटनाओं में दो नेपाली नागरिक समेत कम से कम 22 लोगों की मौत हो गयी जबकि नौ अन्य घायल हो गये.
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Uttarakhand: Rescue operations underway in Uttarkashi's Mori tehsil following cloudburst in the area. pic.twitter.com/dm1rFNw9gi
— ANI (@ANI) August 19, 2019
गौरतलब हो कि उत्तरकाशी जिले के प्रभावित गांवों में एक स्कूल सहित करीब 16 भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं. आराकोट,चिंवा,बालचा मार्ग पर टिकोची बाजार के पास 24 मीटर का पुल और टिकोची, किराणु, दुचाणु मार्ग पर 36 मीटर का पुल भी बादल फटने से क्षतिग्रस्त हो गये. त्यूनी, आराकोट राष्ट्रीय राजमार्ग भी दो- तीन स्थानों पर भूस्खलन का मलबा आने के कारण बंद है. आराकोट के आसपास के क्षेत्र में विद्युत लाइनों के क्षतिग्रस्त होने के कारण करीब 38 गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है.
Uttarakhand: Uttarkashi-Dehradun highway closed due to landslide pic.twitter.com/IfIKCZsUSl
— ANI (@ANI) August 18, 2019
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी उत्तरकाशी के आराकोट और उसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश और आपदा के प्रभावितों को जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने एवं राहत सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं.