Hathras Stampede Tragedy: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दो जुलाई को मची भगदड़ के मामले में एसआईटी की रिपोर्ट के बाद योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले में सरकार ने एडीएम, सीओ समेत 6 अफसर को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. बताना चाहेंगे कि हादसे के बाद योगी सरकार ने मामले की जांच के लिए एसईटी टीम का गठन किया था. एसआईटी की तरफ से पेश रिपोर्ट के बाद इन अफसरों को मंगलवार को सरकार की तरफ से एक आदेश जारी कर सस्पेंड कर दिया गया.
सरकार के समक्ष पेश SIT की रिपोर्ट में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है. इसके साथ ही समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है. स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के लिए जिम्मेदार हैं. उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया. यह भी पढ़े: Hathras stampede: राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा बढ़ाने की मांग की
हाथरस हादसे में बड़ी कार्रवाई:
Hathras Incident: Organizers and Officials Held Accountable
A report on the Hathras incident faults both event organizers and local administration for negligence. The two-member committee found no conspiracy but emphasized the need for thorough investigation. Six officials,… pic.twitter.com/0BTf6I1xQg
— IANS (@ians_india) July 9, 2024
बताना चाहेंगे कि हादसे के बाद पुलिस ने मुख्य आयोजन समेत 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. लेकिन केस में भोले बाबा नाम शामिल नहीं है. फिलहाल वह फरार चल रहा है. हालांकि हादसे के दो दिन बाद उसने वह मीडिया के सामने आया है और बचने के लिए अपनी सफाई में कहा कि वह हादसे को लेकर काफी दुखी हूं.