Haj 2022: हज 2022 को लेकर शनिवार को मुंबई में अहम बैठक होने वाली है, जिसमें अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी शिरकत करेंगे. इस बैठक के दौरान खादिमुल हुज्जाज (सेवाकार) की ट्रेनिंग भी होगी, साथ ही हज के लिए जाने वाले यात्रियों की फ्लाइट को लेकर भी तारीख का एलान हो सकता है. नकवी ने आईएएनएस को बताया कि, 2 सालों बाद भारत के लोग हज यात्रा पर जाएंगे, महामारी को देखते हुए तमाम तरीके की चुनौतीयां रही और सऊदी अरब सरकार ने कदम उठाया है. सभी ने उसका सम्मान करते हुए हज पर नहीं गए, इस बार हज 2022 को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस बार 10 एम्बारकेशन प्वाइंट से आजमीन जाएंगे.
भारत का हज कोटा इस बार करीब 80 हजार रहेगा। इसको लेकर हाइजीन का ध्यान भी रखा जा रहा है, लोगों की हज के दौरान सेहत अच्छी और सुरक्षित रहे, इसकी भी पूरी व्यवस्था की गई है. हज इस्लामी तीर्थयात्रा है. मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए यह पवित्र स्थान है। यहां विश्व के सभी देशों से मुस्लिम पहुंचते हैं. यह तीर्थयात्रा इस्लामी कैलेंडर के 12वें और अंतिम महीने की 8वीं से 12वीं तारीख तक की जाती है. यह भी पढ़े: Haj 2022: प्रशिक्षकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू, 'क्या करें, क्या न करें' की मिल रही ट्रेनिंग
जानकारी के अनुसार, हज 2022 को लेकर अधिकारियों ने सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है और यह तैयारियां अपने अंतिम चरण पर पहुंच चुकी हैं। कुल 79,237 हज यात्रियों में से 56,601 भारतीय हज समिति के माध्यम से जाएंगे तो वहीं अन्य निजी टूर ऑपरेटर के जरिए जा सकेंगे.
मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक, हज 2022 के लिए 21 की जगह 10 इम्बार्केशन पॉइंट्स तय किये गए हैं जिनमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोच्चि, दिल्ली, गौहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर शामिल हैं.
वहीं दिल्ली इम्बार्केशन पॉइंट से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हज यात्री जा सकेंगे.
इसके अलावा लखनऊ इम्बार्केशन पॉइंट से पश्चिम उत्तर प्रदेश को छोड़ कर समस्त उत्तर प्रदेश के हज यात्री, मुंबई इम्बार्केशन पॉइंट से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दमन एवं दीव, दादरा एवं नगर हवेली और गोवा के हज यात्री और श्रीनगर इम्बार्केशन पॉइंट से जम्मू, कश्मीर, लेह-लदाख-कारगिल के हज यात्री जा सकेंगे.
हज यात्रा पर जाने वालों के लिए 22 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन का वक्त था.दरअसल आखिरी हज यात्रा वर्ष 2019 में हुई थी, तब देशभर से करीब दो लाख लोग गए थे। कोरोना के कारण 2020 में यात्रा रद्द हो गई और पिछले साल भी हज यात्रा के लिए आवेदन आए थे, लेकिन सऊदी अरब सरकार ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी जिससे यात्रा नहीं हो सकी.