कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस से अब तक देश के भीतर तकरीबन 12 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. यही नहीं इन आंकड़ों में बड़ी तेजी से इजाफा भी हो रहा है. लेकिन यह एक अच्छी खबर भी है कि तेजी से बढ़ते आंकड़ो में दिल्ली और महाराष्ट्र में कमी आई है. वहीं केरल अन्य राज्यों के लिए मिसाल बनकर उभरा है. केरल में रिकवरी सबसे तेज दर्ज हुई है. जहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है. अगर आंकड़ो पर नजर डालें तो राजधानी दिल्ली में बुधवार को सिर्फ 17 नए केस ही सामने आए. जो सबसे कम माना जा रहा है. इसके अलावा 13 अप्रैल को यहां 356 मरीज सामने आए थे और 14 अप्रैल को केवल कोरोना वायरस से 51 संक्रमित ही मरीज मिले थे.
महाराष्ट्र की अगर बात करें तो यहां पर संक्रमित मरीजों की संख्या 3, 081 है. जिसमें 187 लोगों की मौत हो गई है और 295 केस रिकवर हुए हैं. महाराष्ट्र में बुधवार को 232 नए मामले सामने आए थे. एक दिन में इतना केस सामने आना अपने आप में चिंता का विषय है लेकिन राहत भरी खबर यह भी है कि राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में 30 फीसदी की कमी आई है. जो कि पिछले 6 दिनों के मुकाबले बेहद कम है. पिछले 12 घंटो में राज्य में केवल 20 मरीज पाए गए हैं. वहीं अगर अन्य राज्यों के केरल के प्रेरणा बनकर उभरा है.
दरअसल केरल के दौर था जब कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में सबसे आगे था. लेकिन केरल ने कोरोना वायरस जिस तरह से काबू पाया है वह सराहनीय है. केरल में बुधवार को सिर्फ एक केस सामने आया है. वहीं 7 लोग ठीक हो गए हैं. केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या फिलहाल 338 हैं. बता दें कि केरल वह राज्य है जहां देश का सबसे पहला कोरोना मरीज मिला था.
गौरतलब हो कि देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बृहस्पतिवार को 414 हो गई और मामलों की संख्या बढ़कर 12,380 तक पहुंच गई. जिसमें 1,488 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है. राजस्थान में कोविड-19 के मामले 1,023 हो गए हैं, जबकि मध्य प्रदेश में 987, गुजरात में 766 और उत्तर प्रदेश में 735 मामले हैं. तेलंगाना में 647 मामले, जबकि आंध्र प्रदेश में 525 मामले हैं.