सोना रिकॉर्ड महंगा: 9 कैरेट की ज्वेलरी खरीदें या 22/24 कैरेट में करें निवेश? समझिए GOLD की शुद्धता का पूरा खेल
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Gold At Record High: सोने की चमक आजकल देखने लायक है. इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं और इस साल अब तक इसने 60% से ज़्यादा का रिटर्न दिया है. दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता, बड़े-बड़े सेंट्रल बैंकों द्वारा सोने की खरीद और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने सोने को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $4,000 प्रति औंस के पार चला गया है.

जब भी हम सोना खरीदने जाते हैं, तो एक शब्द बार-बार सुनते हैं - 'कैरेट' (Karat). तो चलिए, पहले इसे आसान भाषा में समझते हैं.

कैरेट क्या होता है?

कैरेट सोने की शुद्धता मापने की एक इकाई है. सोना जितना ज़्यादा कैरेट का होगा, वह उतना ही ज़्यादा शुद्ध होगा.

  • 24 कैरेट (24K): यह 99.9% शुद्ध सोना होता है. इसे (999) भी लिखा जाता है. यह बहुत नरम होता है, इसलिए इससे गहने नहीं बनाए जाते.
  • 22 कैरेट (22K): इसमें 91.7% शुद्ध सोना होता है और बाकी दूसरी धातुएं मिलाई जाती हैं ताकि गहने मजबूत बनें. इसे (917) भी लिखा जाता है. भारत में ज़्यादातर गहने इसी सोने से बनते हैं.
  • 18 कैरेट (18K): इसमें 75% सोना होता है. इसे (750) लिखा जाता है.
  • 14 कैरेट (14K): इसमें 58.3% सोना होता है.
  • 9 कैरेट (9K): इसमें सिर्फ 37.5% शुद्ध सोना होता है. बाकी 62.5% हिस्सा तांबा, चांदी या जिंक जैसी धातुएं होती हैं.

क्या आपको 9 कैरेट की ज्वेलरी खरीदनी चाहिए?

अब सवाल यह उठता है कि जब सोना इतना महंगा हो गया है, तो क्या कम शुद्धता वाला 9 कैरेट सोना खरीदना एक अच्छा विकल्प है?

9 कैरेट खरीदने के फायदे:

  1. कम कीमत: क्योंकि इसमें सोना कम होता है, इसलिए यह 18K या 22K के मुकाबले काफी सस्ता होता है. इससे कम बजट में भी सोने की ज्वेलरी खरीदने का शौक पूरा हो जाता है.
  2. ज़्यादा मजबूती: इसमें दूसरी धातुएं ज़्यादा होती हैं, इसलिए यह बहुत मजबूत और टिकाऊ होता है. रोज़ाना पहनने वाले गहनों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसमें खरोंच लगने या टूटने का डर कम होता है.
  3. फैशन ज्वेलरी के लिए बेस्ट: एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप सिर्फ फैशन और रोज़ाना इस्तेमाल के लिए कोई हल्की-फुल्की ज्वेलरी लेना चाहते हैं, तो 9K या 14K एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.

निवेश के नजरिए से क्या यह सही है?

अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं ताकि भविष्य में उसकी कीमत बढ़ने पर आपको फायदा हो, तो एक्सपर्ट्स 9 कैरेट सोना खरीदने से साफ मना करते हैं.

निवेश के लिए 9K सोना क्यों अच्छा नहीं है?

  1. सोने की मात्रा बहुत कम: इसमें सोना सिर्फ 37.5% होता है. जब आप इसे बेचने जाएंगे, तो आपको सिर्फ उतने ही सोने का पैसा मिलेगा, जो कि बहुत कम होगा.
  2. बेहतर रीसेल वैल्यू नहीं: 22K या 18K सोने की रीसेल वैल्यू (दोबारा बेचने पर मिलने वाली कीमत) काफी हद तक सोने के बाजार भाव से जुड़ी होती है. लेकिन 9K ज्वेलरी में मेकिंग चार्ज और दूसरी धातुओं का हिस्सा ज़्यादा होने के कारण उसकी अच्छी कीमत नहीं मिलती.
  3. एक्सपर्ट्स की सलाह: जानकारों का साफ कहना है कि निवेश या पैसा बनाने के लिए हमेशा ज़्यादा शुद्धता वाला सोना ही खरीदना चाहिए. ज्वेलरी के लिए 22K और सिक्कों या बिस्किट के लिए 24K सबसे अच्छा विकल्प है. एक एक्सपर्ट ने तो यहां तक कहा कि "ज़्यादा मात्रा में 9 कैरेट सोना खरीदने से कहीं बेहतर है कि आप कम मात्रा में 22K या 18K का शुद्ध सोना खरीदें."

आखिरी फैसला क्या है?

कुल मिलाकर बात यह है कि अगर आपका मकसद सिर्फ फैशन, स्टाइल या रोज़ाना पहनने के लिए एक सस्ती और मजबूत ज्वेलरी खरीदना है, तो 9 कैरेट सोना एक ठीक-ठाक विकल्प हो सकता है.

लेकिन, अगर आप सोने को एक निवेश के तौर पर देख रहे हैं, जिससे आपका पैसा बढ़े और मुश्किल समय में काम आए, तो आपको हमेशा 22 कैरेट या 24 कैरेट जैसे ज़्यादा शुद्ध सोने में ही पैसा लगाना चाहिए.