बेगूसराय, 9 मई : बीजेपी के वरिष्ठ नेता व बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने भारत में घटती हिंदुओं की आबादी को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस की तुष्टीकरण का नतीजा है.
उन्होंने कहा, “1947 में हिंदुओं की आबादी 88 फीसद और मुस्लिमों की 8 फीसद थी. आज हिंदुओं की आबादी जहां 70 फीसद के आसपास पहुंच चुकी है. वहीं मुस्लिमों की आबादी 7 फीसद से बढ़कर 12 फीसद के आसपास पहुंच चुकी है, लेकिन मैं कहता हूं कि यह 12 नहीं, बल्कि 20 फीसद के आसपास पहुंच चुकी है. यह हम सभी के लिए चिंता का विषय है. अगर समय रहते इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया, तो आगामी दिनों में हम सभी को इसके दुष्परिणाम से गुजरना होगा.“ यह भी पढ़ें : हैदराबाद की 2 नाबालिग रेप पीड़िताओं ने पास की 10वीं की परीक्षा, सदमे के बावजूद एग्जाम में हासिल किए अच्छे अंक
बीजेपी नेता ने आगे कहा, “इन कांग्रेसियों ने देश को धर्मशाला बनाकर रख दिया है, जहां कोई भी आकर रह रहा है. इस प्रवृत्ति पर रोक लगनी चाहिए. 1971 में बांग्लादेशी घुसपैठ आए, उस समय एक तरह से चारागाह बना लिया. कांग्रेसियों ने बिहार को रोहिंग्या मुस्लिमों का सबसे सुरक्षित ठिकाना बनाकर रख दिया. कांग्रेस ने इन सभी लोगों को अपने वोट बैंक के लिए पनाह दिया.“
गिरिराज ने कहा, “अब कुछ लोग मुस्लिमों को आरक्षण देने की भी वकालत कर रहे हैं. कह रहे हैं कि हम सत्ता में आने पर मुस्लिमों को आरक्षण देने का मार्ग प्रशस्त करेंगे. अगर ऐसा हुआ, तो आगामी दिनों में हिंदुओं के लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है.“
उन्होंने कहा, “मुस्लिमों की आबादी में तेजी इस बात का संकेत है कि ये लोग भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने की कवायद में जुट चुके हैं.“ दरअसल, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद द्वारा जारी किए एक अध्ययन रिपोर्ट में यह बताया गया है कि भारत में वर्ष 1950 से 2015 के बीच हिंदुओं की आबादी 7.82 प्रतिशत कम हो गई है. जबकि इन्हीं वर्षों के दौरान देश में मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 1951 में हुई जनगणना के अनुसार, भारत में हिंदुओं की आबादी 84.68 प्रतिशत थी जो वर्ष 2015 में घटकर 78.06 प्रतिशत पर आ गई. यानी इस दौरान देश में हिंदुओं की आबादी में 7.82 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई. जबकि 1951 की जनगणना के अनुसार, देश में मुस्लिम आबादी 9.84 प्रतिशत थी जो 2015 में बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गई यानी 1950 से 2015 के बीच देश में मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई.