कोरोना संकट से अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका, वित्तवर्ष 2020 में जीडीपी गिरकर 4.2 प्रतिशत पर
वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) गिरकर 3.1 प्रतिशत रहा. जबकि तीसरी तिमाही में यह 4.1 प्रतिशत रहा था. उल्लेखनीय है कि रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक कोरोना संकट के बीच देश अब तक की सबसे खराब मंदी की स्थिति का सामना कर रहा है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को तगड़ा झटका लगा है. केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बताया कि वित्त वर्ष 2020 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) गिरकर 4.2 प्रतिशत पर आ गया है. जबकि वित्त वर्ष 2019 में यह 6.1 प्रतिशत था.
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के बयान के मुताबिक 2018-19 में 6.1 फीसदी की तुलना में 2019-20 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी (GDP) में 4.2 फीसदी वृद्धि होने की संभावना है. जबकि वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) गिरकर 3.1 प्रतिशत रहा. जबकि तीसरी तिमाही में यह 4.1 प्रतिशत रहा था. भारत की जीडीपी वृद्धि अगले वित्त वर्ष में उछलकर पांच प्रतिशत पर पहुंच जायेगी: सुब्बाराव
उल्लेखनीय है कि रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक कोरोना संकट के बीच देश अब तक की सबसे खराब मंदी की स्थिति का सामना कर रहा है. आजादी के बाद यह चौथी और उदारीकरण के बाद यह पहली मंदी है. इसमें दावा किया गया है कि कोविड-19 महामारी की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था को चालू वित्तीय वर्ष में पांच प्रतिशत तक का नुकसान हो सकता है. वहीं इसकी पहली तिमाही में 25 फीसदी की बड़ी गिरावट की उम्मीद जताई गई है.