Ganpati Visarjan 2020: मुंबई पुलिस ने शहर में 35,000 कर्मियों को तैनात किया, 5000 से अधिक सीसीटीवी से रखी जाएगी निगरानी

मुंबई पुलिस मंगलवार को शहर भर में 35,000 कर्मियों को तैनात करेगी. COVID-19 महामारी और लॉकडाउन के बीच मुंबई में 5,000 के करीब सीसीटीवी चालू होंगे.

महाराष्ट्र पुलिस (Photo Credits: Mumbai Police Twitter)

मुंबई: भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन समारोह (Ganpati Visarjan) में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए मुंबई पुलिस (Mumbai Police) मंगलवार को शहर भर में 35,000 कर्मियों को तैनात करेगी. COVID-19 महामारी और लॉकडाउन के बीच मुंबई में 5,000 के करीब सीसीटीवी चालू होंगे. 5,000 से अधिक कैमरों के सीसीटीवी नेटवर्क का उपयोग गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए चौपाटी की ओर जाने वाले मार्ग पर लोगों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए किया जाएगा.

हिंदुस्तान टाइम्स ने पुलिस के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, 'पुलिस ने स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स, रायट कंट्रोल फोर्स और रैपिड एक्शन फोर्स, क्विक रिस्पांस टीम्स (क्यूआरटी), बम डिटेक्शन डिस्पोजल स्क्वॉड और होमगार्ड्स के अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया गया है. यह भी पढ़ें | Mission Begin Again: महाराष्ट्र सरकार ने 30 सितंबर तक बढ़ाया लॉकडाउन, होटलों को खोलने की मिली इजाजत, फिलहाल नहीं चलेगी मेट्रो.

प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक रूप से विसर्जन पॉइंट पर न जाने की सलाह भी दी है. सरकार ने लोगों से गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए भी कहा है. बता दें कि कोरोना संकट के चलते इस साल गणपति उत्सव में पहले के जैसी धूम नहीं दिख रही है.

सार्वजनिक गणेश पंडालों जैसे लालबाग का राजा, चिंचपोकली का राजा और खेतवाड़ी का राजा और अन्य पंडालों में लोगों को जाने की अनुमति दी गई थी. इन पंडालों को चार फीट से अधिक की गणपति मूर्तियों को स्थापित नहीं करने के लिए निर्देशित किया गया था.

गणेश चतुर्थी का वार्षिक उत्सव 22 अगस्त को गणेश प्रतिमाओं की स्थापना के साथ शुरू हुआ. कोरोना संकट के चलते महाराष्ट्र में गणेश उत्सव इस बार सादगी से मनाया गया. यह 10 दिवसीय उत्सव भगवान गणेश का अपनी मां पार्वती के साथ कैलाश पर्वत से पृथ्वी पर आगमन का वार्षिक उत्सव है.

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