वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर 5 हजार छात्रों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को किया याद, गिनीज बुक में दर्ज होगा नाम

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (Gandhi Jayanti 2019) के मौके पर युवा छात्रों ने दो गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने का संकल्प लिया. राष्‍ट्रीय राजधानी में 5000 से अधिक बच्‍चों ने इसके जरिए महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (Gandhi Jayanti 2019) के मौके पर युवा छात्रों ने दो गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Records) बनाए और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने का संकल्प लिया. राष्‍ट्रीय राजधानी में दिल्ली और एनसीआर के 5000 से अधिक बच्‍चों ने इसके जरिए महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की.

मिली जानकारी के अनुसार पहला विश्‍व रिकॉर्ड ‘एक स्‍थान पर सबसे अधिक संख्‍या में पर्यावरण संबंधी स्थिरता के सबक’ के वर्ग में था। इस विश्‍व रिकॉर्ड में लगभग 5000 बच्‍चों ने भाग लिया. जबकि दूसरा रिकॉर्ड ‘सबसे बड़ी संख्‍या में सोलर लैंप की असेम्‍बली और लाइटिंग’ से संबंधित था. इस रिकॉर्ड में प्रतिभागियों की संख्‍या 5000 से अधिक थी और सही संख्‍या जल्‍द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड के अधिकारियों द्वारा जारी की जाएगी, जो कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे.

इस मौके पर मुख्‍य अतिथि केन्‍द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सभी छात्रों को बधाई दी और कहा कि उन्‍होंने अपने हाथों और हृदय से एक सोलर लैंप बनाया है. उन्‍होंने अपने जीवनकाल के दौरान कम से कम सात पेड़ रोपने के द्वारा खुद का ऑक्‍सीजन बैंक बनाने की भी अपील की. मंत्री ने इस तथ्‍य पर प्रसन्‍नता जताई कि 79 देश अंतर्राष्‍ट्रीय सौर गठबंधन के सदस्‍य बन चुके हैं. जावडेकर ने सभी छात्रों को पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने की भी शपथ दिलाई.

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इस अवसर पर बिजली मंत्री आरके सिंह ने कहा कि विश्‍व जलवायु परिवर्तन के कारण गंभीर खतरे का सामना कर रहा है. उन्‍होंने कहा कि हम सभी को यह संकल्‍प लेना चाहिए कि हम अपनी आने वाली पीढि़यों के लिए एक बेहतर विश्‍व छोड़कर जाएंगे.

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