मध्यप्रदेश के गुना में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. गोपालपुरा श्मशान घाट पर 3 तांत्रिक जलती हुई चिता के साथ तंत्र साधना करते पाए गए. शिवरात्रि के अवसर पर अंधेरी रात में तांत्रिक अपने साथ सिंदूर, चाकू, बाल और तमाम सामग्री लिए चिता के शव और राख के साथ तंत्र साधना कर रहे थे. मृतक के परिजन और दोस्त इस मंजर को देख भयभीत हो गए. तांत्रिकों ने मृतक अश्विनी केवट की चिता की राख को बोतल में भर लिया था.
29 साल के युवक अश्विनी केवट का हार्ट अटैक से निधन हो गया था. अश्विनी शिवरात्रि के अवसर पर अपने दोस्तों के साथ केदारनाथ धाम दर्शन के लिए गया था. इसी दौरान अश्विनी के सीने में तेज दर्द हुआ. कार्डियक अरेस्ट के कारण उसकी मौत हो गई. परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार गोपालपुरा श्मशान घाट में कर दिया और वापस घर लौट आए.
सिगरेट पीने का शौक था
अश्विनी को सिगरेट पीने का शौक था, अंतिम समय में मृतक के शौक को पूरा करने और आत्मा की शांति के लिए भाई निखिल केवट और उसका दोस्त आकाश रघुवंशी सिगरेट लेकर श्मशान पहुंचे, लेकिन वहां तांत्रिकों को देख उनके होश उड़ गए. तांत्रिक अश्विनी की चिता के पास चटाई पर बैठे थे. जो जलती चिता, शव और राख से तंत्र क्रिया कर रहे थे.
तांत्रिकों ने अपने नाम अविनाश चंदेल (नाथ), दिलीप चंदेल (नाथ) और राहुल बैरागी बताए. मामला बिगड़ता देख तांत्रिक राहुल बैरागी मौके से फरार हो गया, हालांकि बाकी के दोनों तांत्रिकों वहां मौजूद लोगों ने पकड़ लिया. तांत्रिक ने यह भी कहा कि हमें चिता और शव के साथ जो क्रिया करनी थी, वो हम पहले ही कर चुके हैं. मामले में पुलिस ने तीनों तांत्रिकों के खिलाफ IPC की धारा 297,34 के तहत केस दर्ज कर लिया है.