200 करोड़ के होटल को एनपीए घोषित कर 25 करोड़ रुपये में बेचा, SBI का पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार- जानें कैसे हुआ इतना बड़ा फ्रॉड
होटल की संपत्ति को एनपीए घोषित कर सस्ते दाम पर बेचने के मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट द्वारा जारी गिरफ्तारी आदेश के आधार पर एसबीआई के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को जैसलमेर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. प्रतीप चौधरी को रविवार को गिरफ्तार किया गया था और सोमवार को उन्हें जैसलमेर लाया जाएगा.
जयपुर: होटल की संपत्ति को एनपीए (NPA) घोषित कर सस्ते दाम पर बेचने के मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट द्वारा जारी गिरफ्तारी आदेश के आधार पर एसबीआई (SBI) के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी (Pratip Chaudhuri) को जैसलमेर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. प्रतीप चौधरी को रविवार को गिरफ्तार किया गया था और सोमवार को उन्हें जैसलमेर लाया जाएगा. बैंक की उप शाखा प्रबंधक मृत पाई गईं, ‘सुसाइड नोट’ में दो पुलिसकर्मियों का जिक्र
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जैसलमेर में एक होटल ग्रुप से जुड़े एक मामले में प्रतीप चौधरी को दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि करीब 200 करोड़ रुपये की संपत्ति को नॉन परफॉमिर्ंग एसेट (एनपीए) घोषित कर 25 करोड़ रुपये में बेचा गया.
यह संपत्ति, वास्तव में, ऋण के बदले में जब्त की गई थी. पुलिस के मुताबिक होटल ग्रुप ने 2008 में एसबीआई से कंस्ट्रक्शन के लिए 24 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था. उस समय समूह का एक और होटल सुचारू रूप से चल रहा था. उसके बाद जब समूह ऋण राशि नहीं चुका सका तो बैंक ने समूह के दोनों होटलों को गैर-निष्पादितपरिसंपत्ति मानकर जब्त कर लिया. उस समय बैंक के चेयरमैन प्रतीप चौधरी थे.
बैंक ने तब दोनों होटलों को बाजार दर से काफी कम कीमत पर 25 करोड़ रुपये में एक कंपनी को बेच दिया. इस पर होटल समूह ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
इसी बीच 2016 में इसे खरीदार कंपनी ने अपने कब्जे में ले लिया और 2017 में जब इस संपत्ति का मूल्यांकन किया गया तो इसका बाजार मूल्य 160 करोड़ रुपये पाया गया. वहीं रिटायरमेंट के बाद प्रतीप चौधरी उसी कंपनी में डायरेक्टर के तौर पर शामिल हो गए, जिसे यह होटल बेचा गया था. फिलहाल इन होटलों की कीमत 200 करोड़ रुपए आंकी जा रही है. इस मामले में जैसलमेर की सीजेएम कोर्ट ने प्रतीप चौधरी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था.